Chanakya niti : अपने जीवन को सार्थक बनाने के लिए जरूर करे ये तीन काम, जीवन होगा खुशहाल और सफल

Chanakya niti : चाणक्य ने मनुष्य जीवन को सार्थक बनाने हेतु कईं नियम बताए है। उन नियमो का पालन करके मनुष्य उँचाईयों को छु सकता है। हम आपके साथ आज कुछ ऐसी बाते साँझी करने जा रहे है जिनका आप पालन करे तो ये आपके जीवन को बेहतरीन बना देगी।
चाणक्य के अनुसार मनुष्य जीवन को 84 लाख योनियों मे सर्वश्रेष्ठ माना गया है। प्रत्येक मनुष्य एक विशेष उद्देश्य से इस धरती पर जन्म लेता है। मनुष्य जीवन सर्वोत्तम है और इसे सार्थक बनाने के लिए जरूर करे ये काम।
ये काम केवल मनुष्य के जीते जी ही नही बल्कि मृत्यु उपरांत भी सार्थकता प्रदान करते है।
धर्म के मार्ग पर चलना
चाणक्य नीति के अनुसार धर्म पथ पर चलने वाला इन्सान सदैव सुखी रहता है। उनके जीवन मे परेशानियां केवल क्षणभंगुर होती है। धर्म मनुष्य को सच्चाई के मार्ग पर ले आता है और इन्सान को बुरे कर्म करने से रोकता है।
कर्म ( काम )
चाणक्य का कहना है कि मनुष्य के नियंत्रण मे केवल एक चीज़ है, वो है कर्म और मनुष्य को हमेशा कर्म करते रहना चाहिए। प्रत्येक मनुष्य को जीवन मे अपना लक्ष्य तय कर लेना चाहिए। बिना लक्ष्य के मनुष्य पशु के समान होता है। जो व्यक्ति जीवन मे कुछ पा लेता है, उसे किसी का मोहताज होने की आवश्यकता नही पड़ती। काम करने वाले इन्सान को हमेशा जिम्मेदारी का अहसास रहता है। ऐसे लोगो का साथ स्वयं भगवान खुद देते है। इसके विपरीत निक्कमे लोग अपमा जीवन नरक कर लेते है अथवा अपने कुल को भी नष्ट कर लेते है।
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धन
चाणक्य नीति के अनुसार मनुष्य के पास धन होना बेहद जरूरी है। जो लोग निर्धन है उनको धन कमाना चाहिए। धन अर्जित करने के लिए मनुष्य का लक्ष्य तय होना चाहिए। धन केवल अर्जित ही न करे बल्कि उसको सही इस्तेमाल भी करे तभी ये धन आपको सुख-चैन देगा। धन की बचत करे, इसको सही जगह निवेश ( Invest ) करे और दान कर इसका सार्थक प्रयोग करे।
मोक्ष
मनुष्य जीवन की अंतिम सीढ़ी मोक्ष की होती है। मनुष्य को मोक्ष प्राप्ति अपने कर्मो से मिलती है। अगर मनुष्य जीवन मे अच्छा आचरण रखता है और अच्छे कर्म करता है तब जाकर उसे मोक्ष प्राप्ति होती है।
Disclaimer : यहाँ दी गई सूचना पौराणिक मान्यताओं और जानकारी पर आधारित है। Haryana update इन मान्यताओं की पुष्टी नही करता है।