Samuh Yojana: समूह योजना क्या है? जानिए कैसे मिलते हैं ₹10 लाख
SHG लोन की खास बातें
इस योजना के तहत महिलाओं को सालाना सिर्फ 4% ब्याज दर पर लोन मिलता है। इस लोन पर सरकार की तरफ से 2% ब्याज में छूट भी मिलती है। साथ ही, यदि कोई किसान या समूह समय पर अपना लोन चुका देता है, तो उसे 3% अतिरिक्त छूट भी मिलती है। इसका मतलब ये हुआ कि वास्तव में आपको बहुत कम ब्याज दर पर लोन मिल रहा है, जो आर्थिक रूप से बेहद लाभकारी है।
समूह योजना SHG क्या है?
SHG यानी सेल्फ हेल्प ग्रुप लगभग 10 से 20 महिलाओं का एक समूह होता है, जो अपनी छोटी-छोटी बचत को एक साथ मिलाकर एक फंड बनाते हैं। ये महिलाएं इस फंड का इस्तेमाल आपसी जरूरतों के लिए करती हैं, जैसे कि छोटे-मोटे लोन लेना या किसी जरूरी काम के लिए पैसा जुटाना। धीरे-धीरे ये समूह बैंक से भी लोन लेने के लिए पात्र हो जाते हैं।
Samuh Yojana: क्या आपकी फैमिली की महिलाएं भी समूह बनाकर योजना से उठा सकती हैं फायदा? जानिए
सेविंग के बाद लोन मिलेगा
इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि महिलाओं को लोन मिलने से पहले अपनी खुद की बचत करनी होती है। हर महीने वे अपनी छोटी-छोटी बचत जमा करती हैं, जिससे एक अच्छा फंड बन सके। इसके बाद वे बैंक में जाकर अपना एक अकाउंट खुलवाती हैं। बैंक उनकी बचत, क्रेडिट स्कोर और अन्य जरूरी जानकारियों को देखता है, फिर लोन देने का फैसला करता है।
सहायता के लिए ब्लॉक स्तर पर कर्मचारी
इस योजना में मदद के लिए ब्लॉक स्तर पर एक अधिकारी नियुक्त किया जाता है, जो महिलाओं के समूह की पूरी सहायता करता है। वह उनकी फाइलें चेक करता है, दस्तावेजों की जांच करता है और फिर लोन देने का निर्णय बैंक को भेजता है। यह अधिकारी समूह को आर्थिक योजना बनाने, लोन की प्रक्रिया समझाने और फंड के सही इस्तेमाल में भी मदद करता है।
लोन का इस्तेमाल कहां किया जा सकता है?
SHG लोन का इस्तेमाल महिलाएं अपने छोटे-छोटे व्यवसायों में कर सकती हैं। इसका उपयोग कई तरह के कामों के लिए हो सकता है, जैसे:
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पशुपालन: गाय, भैंस, मुर्गी पालन जैसे छोटे व्यवसाय।
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खेती: फसल की बुवाई, बीज, खाद, और उपकरण खरीदना।
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बुनाई-कढ़ाई: घर पर कढ़ाई या बुनाई के काम को बढ़ावा देना।
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फूड प्रोसेसिंग यूनिट: घर पर भोजन बनाने और बेचने का काम।
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दुकान चलाना: छोटे पैमाने पर किराना, सब्जी या अन्य दुकान।
SHG योजना से महिलाओं को क्या फायदे मिलते हैं?
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आर्थिक स्वतंत्रता: महिलाओं को अपनी आर्थिक जरूरतें खुद पूरी करने का मौका मिलता है।
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कम ब्याज दर: सामान्य बैंक लोन के मुकाबले बहुत कम ब्याज दर पर लोन मिलता है।
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सरकारी छूट: सरकार की ओर से ब्याज पर छूट मिलती है, जिससे कुल लागत कम होती है।
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समूह की ताकत: एक साथ काम करने से महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होती हैं और आत्मनिर्भर बनती हैं।
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व्यवसाय विकास: इस लोन की मदद से महिलाएं छोटे व्यवसाय को बढ़ावा दे सकती हैं, जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी होती है।
योजना में शामिल होने के लिए क्या करना होगा?
यदि कोई महिला इस योजना का लाभ उठाना चाहती है, तो उसे सबसे पहले 10 से 20 महिलाओं का एक समूह बनाना होगा। इसके बाद समूह को नियमित रूप से बचत करनी होगी। समूह के सदस्यों को आपसी समझदारी से काम लेना होता है ताकि सभी की जरूरतें पूरी हो सकें।
फिर, समूह अपने बचत की राशि के आधार पर बैंक में एक संयुक्त खाता खोलता है। बैंक के अधिकारी समूह की वित्तीय स्थिति जांचते हैं और उचित पाए जाने पर लोन की स्वीकृति देते हैं।
लोन लौटाने की प्रक्रिया
SHG लोन को मासिक किस्तों में चुकाना होता है। समूह में सभी सदस्य मिलकर तय करते हैं कि किस तरह से वे लोन की रकम को वापस करेंगे। समूह की ताकत के कारण लोन की रिकवरी में कोई समस्या नहीं आती और इससे बैंक का भरोसा भी बढ़ता है।
सरकार की योजनाएं SHG के लिए
सरकार समय-समय पर SHG को प्रोत्साहित करने के लिए नई-नई योजनाएं लेकर आती है। इनमें लोन पर ब्याज सब्सिडी, प्रशिक्षण कार्यक्रम, और मार्केट लिंकिंग जैसे विकल्प शामिल होते हैं। इससे महिलाओं को व्यवसाय के साथ-साथ बाजार तक पहुंचने में मदद मिलती है।
सेल्फ हेल्प ग्रुप योजना महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का एक मजबूत माध्यम है। यह न केवल उन्हें वित्तीय मदद प्रदान करता है, बल्कि उनके आत्मविश्वास और सामाजिक स्थिति को भी मजबूत करता है। यदि आप या आपकी किसी परिचित महिला को आर्थिक मदद की जरूरत है, तो SHG लोन योजना को जरूर अपनाएं। इससे न केवल आपका व्यवसाय बढ़ेगा, बल्कि आप खुद को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम उठाएंगी।