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अब अल्कोहल से उड़ान भरेंगी हवाई जहाज, 3000 करोड़ से पानीपत में लगेगा नया प्लांट

इंडियन ऑयल में देश का पहला ग्रीन एविएशन फ्यूल प्लांट लगाने जा रही है. इसी डिमांड को पूरा करने के लिए इंडियन ऑयल हरियाणा के पानीपत में एक नया प्लांट लगाने जा रही है

 
Indian Oil

भारत का एविएशन सेक्टर एक बार फिर बूम कर रहा है. देश में एयरपोर्ट की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है जो अब 100 के पार पहुंच चुकी है. ऐसे में एविएशन फ्यूल की डिमांड भी बढ़ गई है और इसी डिमांड को पूरा करने के लिए इंडियन ऑयल हरियाणा के पानीपत में एक नया प्लांट लगाने जा रही है. जॉइंट वेंचर में बनने वाले इस प्लांट पर 3,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा.

इंडियन ऑयल पानीपत में एक रिफाइनरी पहले से चलाती है. अब नए निवेश से यहां एविएशन फ्यूल प्लांट लगाया जा रहा है जिसके लिए अमेरिका की क्लीन एनर्जी टेक्नोलॉजी कंपनी LanzaJet Inc के साथ-साथ कई घरेलू एयरलाइंस के साथ मिलकर जॉइंट वेंचर बनाया गया है.

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एल्कोहल से बनेगा एविएशन फ्यूल

कंपनी के इस प्लांट में सस्टेनबल एविएशन फ्यूल (एसएएफ) तैयार होगा. इसके लिए अल्कोहल से जेट फ्यूल बनाने वाली टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा. ये एक बायो जेट फ्यूल होगा. इसमें सामान्य एविएशन फ्यूल जैसी ही प्रॉपर्टीज होती हैं, वहीं कार्बन एनिमेशन काफी कम है.

नए जॉइंट वेंचर में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी इंडियन ऑयल की होगी. जबकि 25 प्रतिशत लान्जा जेट की और बाकी 25 प्रतिशत एयरलाइंस कंपनियों के एक समूह को दी जाएगी. इस जॉइंट वेंचर में एयरलाइंस कंपनियों को शामिल करने का निर्णय इसलिए लिया गया है, ताकि तैयार होने वाले ग्रीन जेट फ्यूल की बिक्री सुनिश्चित की जा सके.

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इंडियन ऑयल का 1500 करोड़ निवेश

इस प्लांट में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन 1,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. लान्जा जेट का निवेश 750 करोड़ रुपये का होगा. बाकी निवेश नई कंपनी में शामिल होने वाली एयरलाइंस करेंगी.

ये एयरलाइंस बन सकती हैं पार्टनर

टाटा ग्रुप एअर इंडिया और विस्तारा जैसी फ्लाइट सर्विस ऑपरेट करता है. इसके अलावा देश में इंडिगो, गो फर्स्ट और ब्लूडार्ट जैसी कंपनियां भी एयरलाइंस चलाती हैं. इन सभी ने जॉइंट वेंचर में निवेश करने का प्लान बनाया है और प्रत्येक कंपनी 100 से 150 करोड़ रुपये का निवेश कर सकती है.

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