logo

Biparjoy Cyclone Update:आज शाम गुजरात के तट से टकराएगा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय

Gujarat Cyclone Alert:आज शाम चार बजे से रात आठ बजे के बीच कच्छ के जखाऊ में जमीन से टकराने की आशंका है। इससे मौसम विभाग ने भारी तबाही की चेतावनी दी है।
 
gujarat cyclone alert
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Gujarat Cyclone Update: गुजरात के तटों पर चक्रवात बिपरजॉय बहुत खतरनाक हो गया है। आज शाम चार बजे से रात आठ बजे के बीच कच्छ के जखाऊ में जमीन से टकराने की आशंका है। इससे मौसम विभाग ने भारी तबाही की चेतावनी दी है। गुजरात के जूनागढ़ जिले में चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव से समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। तटों के किनारे बसे घरों में समुद्री पानी है। स्थानीय निवासियों और मछुआरों को अलर्ट भेजा गया है।

Gateway of India पर समुद्र में लगातार लहरें उठ रही हैं। आज चक्रवात बिपरजॉय गुजरात में दस्तक दे सकता है। मुंबई में सुबह 10 बजे 29 मिनट पर हाई टाइड होगा। गुजरात के जूनागढ़ जिले में समुद्र तट पर घरों में ज्वार की लहरें घुस रही हैं। 

चक्रवात बिपरजॉय सौराष्ट्र, कच्छ की ओर बढ़ रहा है, जैसा कि मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया। जखाऊ से यह करीब 180 किमी दूर है। 125-135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलती है। उनका दावा था कि यह शाम तक तट पर होगा। यह एक बहुत बड़ा चक्रवाती तूफान है। इससे पेड, छोटे घर, मिट्टी के घर और टिन के घर क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

Latest News: Monsoon पर चक्रवाती तूफान की मार, अगले 48 घंटों मे इन राज्यों मे आएगी आँधी बारिश, जानिए कैसा रहेगा आपके राज्य मे मौसम

गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने कहा कि बुधवार सुबह तक तटीय इलाकों से लोगों को निकालने का काम पूरा हो गया था। 74,000 से अधिक लोगों को बचाया गया। 74,345 लोगों को आठ तटीय जिलों में अस्थायी आश्रयों में भेजा गया। अकेले कच्छ जिले से लगभग 34,300 लोग निकाले गए। इसके बाद जामनगर में 10,000, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर में 3,469 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंचे हैं। 

 

Tags: Gujarat, Cyclone, danger, Kutch, weather department, Junagadh district, high waves, local residents, fishermen, Mumbai, high tide, Saurashtra, relief commissioner, evacuation, temporary shelters.