logo

'भगवद गीता' के इन 10 श्लोकों मे है सुखी जीवन का राज, एक बार पढ़ लो, कुछ जानना शेष नहीं रहेगा।

Krishna Janmashtami 2022 Bhagwad Gita Updesh: आज 19 अगस्त को देश के ज़्यादातर हिस्सों मे जन्माष्टमी (Janmashtami) का त्योहार बड़ी धूम धाम से मनाया जा रहा है। आज रात्री 12 बजे श्री कृष्ण का अवतार होगा।भक्त उनके जन्माष्टमी समारोह मे हिस्सा लेंगे। देशो विदेशो मे उनकी पूजा अर्चना होगी। भगवान श्री कृष्ण का सनातन मे अद्वितीय स्थान है। चाहे देव हो या दानव, सुर हो या असुर, भगवान श्री कृष्ण सबका उद्धार करने वाले है। कृष्ण आदि मध्य अंत से रहित वो सत्य है जिन का स्मरण करने से ही सब शोक दूर हो जाते है। जब महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन शोक करने लगा, तो भगवान श्री कृष्ण ने गीता उपदेश (Gita Updesh) देकर उसका शोक और भय दूर किया और सत्यता का भान करवाया। उसी भगवद गीता (Bhagwad Gita)  के कुछ श्लोकों (Quotes) मे सुखी जीवन का राज छिपा है। आइए जाने उन श्लोकों (Quotes) के बारे मे जिसे पढ़कर और समझकर आप अपने जीवन को सार्थक कर सकते है...

 
bhagwad gita quotes in hindi and english
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Bhagwad Geeta Updesh in Hindi, Bhaqwad Gita Shlokas, Bhagwad Gita Popular Quotes

It is said in Bhagavad Gita that one should always do his work.

जो लोग केवल कर्म के फल की इच्छा से प्रेरित होते हैं वे दुखी होते हैं, क्योंकि वे जो करते हैं उसके परिणाम के बारे में लगातार चिंतित रहते हैं। भगवद गीता में कहा गया है कि मनुष्य को हमेशा अपना कर्म करना चाहिए।

Bhawad Gita Quotes

In the Bhagavad Gita it is said that man should serve selflessly.

निःस्वार्थ सेवा से आप सदैव फलदायी रहेंगे और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति पाएंगे। भगवद गीता में कहा गया है कि मनुष्ट को निःस्वार्थ रूप से सेवा करनी चाहिए। इससे सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

Bhawad Gita Quotes 1

It is said in Bhagavad Gita that one should always have positive thinking.

भगवद गीता में कहा गया है कि मनुष्य को हमेशा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। इससे आप कभी निराश नहीं होंगे और परेशानी के समय शांत दिमाग से हर समस्याओं का हल निकाल सकेंगे।

Bhawad Gita Quotes 2

Bhagwad Gita said One should always stay away from lust, anger and greed.

भगवद गीता में बताया गया है कि काम, क्रोध और लोभ तीन प्रकार के नरक के द्वार हैं, जो मनुष्य इनको अपनाता है उसका नाश होता है। इसलिए मनुष्य को हमेशा काम, क्रोध और लोभ से दूर रहना चाहिए।

Bhawad Gita Quotes hindi

For good health, only sattvic things should be eaten.

भगवद गीता के अनुसार, जिस मनुष्य की दिनचर्या और खानपान संतुलित है और जो अनुशासन में रहता है। ऐसे लोग दुखों और रोगों से दूर रहते हैं। इसलिए अच्छे स्वास्थ्य के लिए सिर्फ सात्विक चीजें खानी चाहिए।

lord krishna

In the Bhagavad Gita, it is said that if a person has curiosity, only he attains knowledge.

भगवद गीता में कहा गया है कि अगर जिस मनुष्य के अंदर जिज्ञासा है, उसे ही ज्ञान की प्राप्ति होती है। किसी जानकार व्यक्ति से पूछेंगे नहीं, तब तक वे कुछ बताएंगे नहीं। शास्त्रों में लिखी बातें, गुरु की बातें और अपने अनुभव में तालमेल बनाएंगे तभी ज्ञान हासिल कर पाएंगे।

bhagwad gita shloks for life

According to the Bhagavad Gita, one should always choose work keeping in mind his choice and nature.

भगवद गीता के अनुसार, मनुष्य को हमेशा अपनी पसंद और स्वभाव को ध्यान में रखकर काम का चयन करना चाहिए। इसलिए आप हमेशा वहीं काम करें, जिसमें आपको खुशी मिलती है। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि जो काम हाथ में लिया है, उसे पूरा जरूर करें और अपने कोई भी काम अधूरे ना छोड़ें।

radhe krishna

It is said in the Bhagavad Gita that by worrying, misery is born.

भगवद गीता में कहा गया है कि चिंता करने से ही दुख का जन्म होता है। इसलिए मनुष्य को चिंता छोड़कर कर्म पर ध्यान देना चाहिए। जो मनुष्य इस चिंता को छोड़ देता है वह सभी जगह सुखी, शांत और अवगुणों से मुक्त हो जाता है।

meditation

According to the Bhagwad Gita, one must always do self-churning.

भगवद गीता (Bhagwad Gita) के अनुसार मनुष्य को हमेशा आत्म मंथन अवश्य करना चाहिए, ताकि वह सही और गलत की पहचान कर सही रास्ते का चुनाव कर सके। एक मनुष्य को खुद से बेहतर कोई नहीं जानता और खुद से बेहतर कोई ज्ञान नहीं दे सकता। इसलिए आपको समय-समय पर अपना आंकलन करना चाहिए।

Life

In the Bhagwad Gita, Lord Krishna has said that man should keep his entire senses under his control.

भगवद् गीता (Bhagwad Gita) में भगवान श्रीकृष्ण (Krishna) ने कहा है कि मनुष्य अपनी संपूर्ण इंद्रियों को अपने वश में रखना चाहिए, क्योंकि जिस शख्स की इंद्रियां उसके वश में होती हैं, उसकी बुद्धि भी स्थिर होती है। यानी जिस इंसान ने इंद्रियों जीभ, त्वचा, आंख, नाक और कान पर काबू कर लिया, वह तमाम सांसारिक सुखों को भोग सकता है।

life images

"Keyword"
"bhagavad gita slokas pdf"
"bhagavad gita slokas lyrics"
"bhagavad gita slokas in hindi"
"bhagavad gita slokas in english"
"bhagavad gita slokas chapter 1"
"bhagavad gita famous slokas"