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Emergency में भी नहीं होंगी अब अस्पताल में किसी भी बीमारी की जांच! पहले मरीज को करवाना होंगा कोरोना टेस्ट, वरना नहीं किया जायेगा इलाज

Hospitals not Attending Patient Without Covid test:नागरिक अस्पताल में अपना चेकअप व इलाज करने आ रहे मरीजों को सबसे पहले कोरोना टेस्ट कराने की हिदायत दी जा रही है।जानिए पूरी लेटेस्ट खबर...
 
Emergency में भी नहीं होंगी अब अस्पताल में किसी भी बीमारी की जांच! पहले मरीज को करवाना होंगा कोरोना टेस्ट, वरना नहीं किया जायेगा इलाज
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Covid-19 Test Compulsory In Govt Hospitals: हम आपको बता दे कि नागरिक अस्पताल में अपना चेकअप व इलाज करने आ रहे मरीजों को सबसे पहले कोरोना टेस्ट कराने की हिदायत दी जा रही है। कोरोना टेस्ट न होने पर इलाज व चेकअप से इंकार किया जा रहा है। जिसे लेकर आमजन परेशान हैं। लोगाें का कहना है कि इस तरह से तो उनका किसी भी बीमारी का उपचार नहीं हो पाएगा।

अस्पताल में इलाज करवाने वाले मरीजों के लिए कोरोना टेस्ट कराना जरूरी

हम आपको बता दे कि कोरोना जांच के लिए ही पहले अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ेंगे। रिपोर्ट निगेटिव या पॉजिटिव। ऐसे में अस्पताल प्रशासन के यह आदेश वाजिब नहीं है। नागरिक अस्पताल प्रशासन की ओर से आदेश जारी किए गए हैं कि अस्पताल में इलाज करवाने वाले मरीजों के लिए कोरोना टेस्ट कराना जरूरी है। जिसका तर्क दिया गया कि अस्पताल में आने वाले कुछ मरीज कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं।

हम आपको यह बताना चाहते है कि नागरिक अस्पताल में पहले करीब 700 होती थी, लेकिन अब अब यह संख्या घटकर करीब 300 हो गई है। पहले नागरिक अस्पताल में बच्चों का इलाज करवाने के लिए काफी अभिभावक आते थे, लेकिन अब सिर्फ दिनभर में 25 से 30 बच्चों का ही चेकअप हो रहा है। इसी तरह से सभी डॉक्टरों के पास चेकअप कराने वालों की स्थिति है।

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पहले डॉक्टर के कमरों के आगे भीड़ लगी रहती थी, लेकिन कोरोना महामारी के बाद अब सभी अपने-अपने कमरों को बंद खिड़की से मरीजों को देख रहे हैं। जिससे डॉक्टर इस बीमारी के चपेट में न आ जाए। करीब एक सप्ताह पहले से जब से मरीजों के लिए कोरोना टेस्ट पहले अनिवार्य किया गया है, उसके बाद से मरीजों की संख्या कम हो गई है।

नागरिक अस्पताल के नए आदेशों के बाद मरीजों की संख्या में आई कमी 

जब से नागरिक हॉस्पिटल में नए आदेश आये है तब से मरीजो की संख्या में कमी हो गयी है. वहीं प्राइवेट अस्पतालों को इसका फायदा हुआ है क्योंकि अब मरीज नागरिक अस्पताल की बजाय अब प्राइवेट अस्पतालों में जा रहे हैं।

वार्ड नंबर 3 निवासी रामपति का कहना 

वार्ड नंबर 3 निवासी रामपति ने बताया कि उसके पांवों में दिक्कत है, दिखता भी कम है। बेटे के साथ इलाज करवाने नागरिक अस्पताल पहुंची तो उन्हें ओपीडी पर्ची काटने वाले बोले पहले कोरोना टेस्ट करवाओ। अब कोरोना टेस्ट करवाने के लिए कई घंटों का इंतजार करो। अगले दिन रिपोर्ट आएगी। अब क्या-क्या जाए। इसलिए मजबूरन प्राइवेट अस्पताल में चली गई।

धर्मशाला रोड निवासी सुरेंद्र सोनी का कहना 

धर्मशाला रोड निवासी सुरेंद्र सोनी ने बताया कि वह नागरिक अस्पताल में आंखें दिखाने आया था, लेकिन ओपीडी पर्ची काटने वाली महिला ने कहा कि आंख चेक करवाने से पहले कोरोना टेस्ट करवाए। जब उन्होंने कहा कि ऐसा क्यों। महिलाकर्मी ने कहा कि यह टेस्ट करवाना जरूरी है। वरना डॉक्टर के पास आप नहीं जा सकते हैं। उन्होंने प्राइवेट अस्पताल में जाना ही सही समझा।

मानावाली निवासी साधुराम का कहना 

मानावाली निवासी साधुराम ने बताया कि उसके पास पुरानी पर्ची थी। उसे खून व एक्सरे करवाना था। जब वह एक्सरे वाले कमरे के पास पहुंचा तो कर्मचारी बोला कि पहले कोरोना टेस्ट करवाकर आओ। उसके बाद ही एक्सरे व खून टेस्ट होगा। इसके बाद अब कोरोना टेस्ट करने वाली खिड़की के पास गया। रिपोर्ट अब एक दिन बाद मिलेगी। अब फिर गांव से आना पड़ेगा।

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