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Haryana में अब भ्रष्ट अफसरों की खैर नहीं, गठित की गयी हाई पावर कमेटी

Haryana Update. हरियाणा सरकार ने प्रदेश मे भ्रष्टाचार करने वाले सरकारी भ्रष्टाचारी अफसरों पर लगाम लगाने के लिए एक अहम कदम उठाया है,सरकार ने भ्रष्टाचार को रोकने के लिए नई हाई पावर कमेटी गठित की है, जिसमें मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से लेकर कई बड़े अधिकारियों को शामिल किया गया है। बता दें कि बृहस्पतिवार को सीएम मनोहर लाल ने सभी जिलों के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों की एक मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग के दौरान सीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
 
HARYANA NEWS CORRUPTION
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Haryana Update.सरकारी महकमों में भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करने की दिशा में हरियाणा की मनोहर सरकार (Manohar Sarkar)ने बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने भ्रष्टाचार को रोकने के लिए नई हाई पावर कमेटी गठित (High Power Committee)की है, जिसमें मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से लेकर कई बड़े अधिकारियों को शामिल किया गया है। बता दें कि बृहस्पतिवार को सीएम मनोहर लाल ने सभी जिलों के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों की एक मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग के दौरान सीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार(Corruption) को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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बनेंगी राज्य सतर्कता ब्यूरो की स्वतंत्र इकाइयां

मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम मनोहर लाल (Cm Manohar Lal)ने बताया कि स्टेट विजिलेंस ब्यूरो(State Vigilance Bureau Haryana) की सभी छह मंडलों में स्वतंत्र इकाइयां बनाई जाएंगी, जिनकी कमान मंडलायुक्त को सौंपी जाएगी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर और अधिक प्रभावी ढंग से रोक लगाने के लिए मुख्य सचिव की अगुवाई में हाई पावर कमेटी गठित की गई है। भ्रष्टाचार की शिकायतों पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करने के लिए हर महीने इस कमेटी की बैठक होगी।

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भ्रष्टाचार की जांच करेगी टीम

सीएम मनोहर लाल ने बताया कि मंडल स्तर पर भ्रष्टाचार से निपटने के लिए सभी मंडलों में राज्य सतर्कता ब्यूरो की स्वतंत्र इकाई कमान संभालेंगी। मंडल स्तर की टीम को ग्रुप बी, सी और डी श्रेणी के सरकारी कर्मचारियों के विरुद्ध मिली एक करोड़ रुपये तक की शिकायतों की जांच करने का अधिकार दिया गया है।

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ग्रुप-ए श्रेणी के अफसरों व एक करोड़ रुपये से अधिक के भ्रष्टाचार के मामलों की जांच पहले की तरह स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ही संभालेगा। इसके अलावा विजिलेंस विभाग द्वारा अतिरिक्त जिला उपायुक्तों की अध्यक्षता में पहले ही जिला विजिलेंस टीम गठित की गई हैं।

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चाणक्य जैसा हो चरित्र

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ‘लैंप नेशनल ट्रेजरी’ कहानी का एक उदाहरण पेश किया। उन्होंने कहा कि एक बार चाणक्य लैंप की रोशनी में सरकारी काम में जुटे हुए थे और तभी उनसे मिलने उनका मित्र वहां आ गया। इस पर चाणक्य ने तुरंत वह लैंप बुझा दिया और दूसरा लैंप जला दिया।

दोस्त ने लैंप बुझाने की वजह पूछी तो चाणक्य ने कहा कि पहले मैं सरकारी खजाने के तेल से जल रहे लैंप में सरकारी काम कर रहा था। अब आपसे मेरी मुलाकात निजी तौर पर है, इसलिए मैंने अपना लैंप जलाया है, जिसमें मेरे अपने पैसों से खरीदा गया तेल इस्तेमाल हो रहा है।