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Zojila Tunnel Project :- यहां तक पहुंचा जोजिला टनल का वर्क , जानें पूरी खब़र

जोजिलाटनल देश की सबसे लंबी सुरंग है, लेकिन जोजिला टनल आने वाले वर्षों में इस खिताब जीत लेगा। क्योंकि लेह-लद्दाख हाईवे पर बनाई जाने वाली यह सुरंग लगभग 14.15 किलोमीटर लंबी होगी।
 
जोजिला टनल का वर्क
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Haryana Update :- यह भारत की सबसे लंबी रोड टनल होगी, साथ ही एशिया की सबसे बड़ी बीडायरेक्शनल टनल होगी।

लक्ष्य है कि सुरंग 2026 तक पूरी हो जाएगी। हालाँकि, इसकी डेडलाइन परिस्थितियों से बदली गई है। क्योंकि इस टनल को समुद्र तल से 11,000 फीट की ऊंचाई पर बनाया जा रहा है। जहां सर्दियों में काम करना कठिन है


ये सुरंग जम्मू-कश्मीर के लिए फायदेमंद होंगे 

जोजिला टनल, 11,578 फीट की ऊंचाई पर बनाया जा रहा है, श्रीनगर-कारगिल-लेह नेशनल हाईवे को बायपास करेगा। श्रीनगर से इस हाईवे से चलने में लगभग दसवीं घंटे लगते हैं। यह दर्रा बहुत खतरनाक है, जहां एक छोटी सी चूक जानलेवा हो सकती है, इसलिए जोजिला पास को पार करने में तीन घंटे से अधिक समय लगता है। लेकिन जोजिला टनल बनने के बाद इस सफर को सिर्फ पंद्रह मिनट में पूरा किया जा सकेगा।

इस सुरंग का उद्देश्य बालटाल और द्रास को जोड़ना है। फिलहाल, बालटाल से मिनी मार्ग की दूरी 40 किलोमीटर है, लेकिन सुरंग बनने के बाद यह सिर्फ 13 किलोमीटर रह जाएगा। जोजिला टनल का निर्माण अप्रैल 2021 में शुरू हुआ। NHIDCL provides services, and its objective is to reach 2026। उसकी लक्ष्य तिथि चालीस वर्ष है।

 

33 किमी के क्षेत्रफल में तीन सुरंगों का निर्माण

जोजिला परियोजना में तीन सुरंगें बनाई जा रही हैं, जो 33 किलोमीटर के दायरे में हैं। यह टनल दो डिवीजन में बंटा हुआ है। पहले डिवीजन में 18.5 किलोमीटर में दो सुरंग हैं; पहली 435 मीटर लंबी है और दूसरी 1,950 मीटर लंबी है। मुख्य सुरंग, यू-शेप (9.5 मीटर चौड़ाई और 7.57 मीटर ऊंचाई) दूसरे डिवीजन में 14.15 किमी है। सुरंग निर्माण में नवीनतम तकनीक न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (NATM) का उपयोग किया जा रहा है।

सुरंग निर्माण का विचार 2005 में आया

भारत सरकार ने 2005 में लेह-लद्दाख हाईवे पर सभी मौसम में बहाल रहने वाली सड़क (ऑल वेड रोड) बनाने का विचार किया, जिससे जोजिला टनल का निर्माण का विचार आया। 2013 में, बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) को सुरंग निर्माण की संभावनाओं का अध्ययन करने का काम सौंपा गया था। 2016 में जोजिला टनल के निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने धनराशि दी। 2021 में इसके निर्माण की शुरुआत हुई।