Credit Card से करे सकते हैं बपंर कमाई, यहां यूज करने से मिल रहा है डिस्काउंट
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Haryana Update, New Delhi: वर्तमान में क्रेडिट कार्ड का उपयोग काफी बढ़ रहा है। यही कारण है कि क्रेडिट कार्ड जारी रखने वाली कंपनियां अपने ग्राहकों को लुभाने के लिए लगातार नवीनतम सौदे प्रदान करती रहती हैं। बहुत सी कंपनियां लाइफटाइम फ्री क्रेडिट कार्ड भी देती हैं।
क्रेडिट कार्ड के बकाए का भुगतान आमतौर पर चालीस से छह सौ दिन के बाद किया जाता है। इस प्रकार, ग्राहकों को पीरियड भी फ्री में मिलता है।
कुछ क्रेडिट कार्ड पर तो एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन दोनों का लाउंज एक्सेस भी मिलता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्रेडिट कार्ड कंपनियों की आय कैसे होती है जब वे सब कुछ मुफ्त देते हैं? जानते हैं कि कंपनियां इन सभी खर्चों को कैसे भुगतान करती हैं और उनका बिजनेस मॉडल क्या है।
बढ़िया ब्याज और पेनाल्टी
जब क्रेडिट कार्ड का बिल ड्यू डेट तक नहीं चुकाया जाता है, तो उस पर ब्याज और पेनाल्टी लगाई जाती है। इसके अलावा, EMI पर खरीदने पर कंपनियां चार्ज भी वसूलती हैं।
नियमित खर्च और अतिरिक्त खर्च
बहुत सी क्रेडिट कंपनियां दोनों एनुअल और रीन्युअल भुगतान भी वसूलती हैं। सालाना एक निश्चित सीमा तक खर्च करने पर अधिकांश कंपनियां एनुअल और रीन्युअल शुल्कों को माफ कर देती हैं। इसके अलावा, कंपनियां लेट पेमेंट, कैश एडवांस, फॉरेन ट्रांजैक्शन, बैलेंस ट्रांसफर और अन्य फीस वसूलती हैं।