Vastu Tips : घर लेते वक़्त जरूर करें ये काम, कभी नहीं होगा कलेश
हर व्यक्ति घर खरीदना चाहता है। इस सपने को पूरा करना एक बड़ा उपलब्धि है। जबकि कुछ लोग इस सपने को जल्दी पूरा कर लेते हैं, तो दूसरों को देर होती है। घर सभी के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का स्थान है। यही कारण है कि इसे खरीदते समय वास्तु नियमों का पालन करना अनिवार्य है। माना जाता है कि वास्तु सिद्धांतों के अनुसार घर खरीदने से जीवन खुश रहता है। क्योंकि हिंदू धर्म में वास्तुशास्त्र बहुत महत्वपूर्ण है
जब कोई नया घर खरीदता है, तो उसे वास्तुशास्त्र के नियमों का पालन करना चाहिए। यदि आप इसका पालन नहीं करते हैं, तो आपके सामने कई समस्याएं आ सकती हैं। हम इस भाग में वास्तु शास्त्र के अनुसार नया घर खरीदते समय क्या ध्यान में रखना चाहिए।
सब लोग जानते हैं कि घर का मुख्य द्वार सबसे महत्वपूर्ण है। यही घर की बनावट का निर्धारण करता है। ऐसे में इसका सही होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। क्योंकि यहाँ से घर में सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा आती है वास्तुशास्त्री मानते हैं कि प्रवेश द्वार उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व में होना अच्छा है।
घर में रसोई अलग होना बहुत महत्वपूर्ण है। ये घर का मुख्य स्थान है। रसोई हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा में होनी चाहिए, क्योंकि यह वास्तु नियम है।
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वास्तुकला घर में बेडरूम सही दिशा में होना चाहिए। आपके दाम्पत्य जीवन में हमेशा तनाव रहता है अगर ये सही दिशा में नहीं चलता। इसलिए बिस्तर दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए।
बाथरूम इस दिशा में होना चाहिए, क्योंकि वास्तुशास्त्र के अनुसार यह उत्तर-पश्चिम कोने में होना चाहिए। यह भी उत्तर की ओर होना चाहिए। माना जाता है कि सही दिशा में स्थित बाथरूम घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाता है।
सभी घरों में, विवाह कमरा बहुत महत्वपूर्ण होता है। बाहर से आने वाले लोग अक्सर यहीं बैठते हैं। इसलिए इसका सही होना आवश्यक है। लिविंग रूम को वास्तु के अनुसार पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है।
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