Vande Bharat Train : दिल्ली से कश्मीर तक दौड़ेगी वंदे भारत, इन स्टेशनों पर होगा स्टॉपेज!

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की सुविधाएं
इस ट्रेन में यात्रियों के आराम और सुरक्षा का खास ध्यान रखा गया है। ट्रेन के हर कोच में आधुनिक सुविधाएं जैसे:
- आरामदायक सीटें और बर्थ
- वाई-फाई सुविधा
- बायो-टॉयलेट्स
- स्वचालित दरवाजे और सीसीटीवी कैमरे
- टचलेस सुविधाएं और बेहतर हाइजीन
कोच और किराए की जानकारी
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में कुल 16 कोच होंगे, जिनमें से:
- 11 कोच AC 3-टियर (3A) होंगे, जिनका किराया करीब ₹2000 होगा।
- 4 कोच AC 2-टियर (2A) होंगे, जिनका किराया करीब ₹2500 होगा।
- 1 कोच AC 1-टियर (1A) होगा, जिसका किराया ₹3000 होगा।
यात्रा के प्रमुख स्टेशन
यह ट्रेन 7 प्रमुख स्टेशनों से होकर गुजरेगी:
- अंबाला कैंट जंक्शन
- लुधियाना जंक्शन
- कठुआ
- जम्मू तवी स्टेशन
- श्री माता वैष्णो देवी कटरा स्टेशन
- संगलदान स्टेशन
- बनिहाल स्टेशन
- श्रीनगर रेलवे स्टेशन
कटरा स्टेशन पर ट्रेन बदलना होगा
यात्रियों को कटरा स्टेशन पर ट्रेन बदलनी होगी। यहां तक तो यह ट्रेन जाएगी, फिर यात्री को दूसरी वंदे भारत ट्रेन में बैठना होगा, जो उन्हें श्रीनगर तक लेकर जाएगी।
USBRL परियोजना का हिस्सा
यह ट्रेन उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का अहम हिस्सा है, जो कश्मीर घाटी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने में मदद करेगा। इस परियोजना से घाटी का विकास होगा और स्थानीय लोगों को बेहतर यातायात सुविधाएं मिलेंगी।
सुरक्षा और यात्रा का अनुभव
इस ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे, ऑटोमेटिक फायर अलार्म, स्मोक डिटेक्टर और इमरजेंसी ब्रेकिंग सिस्टम भी लगाए गए हैं। इसके अलावा, बायो-टॉयलेट्स और आधुनिक वेंटिलेशन सिस्टम से यात्रियों को बेहतर सफर का अनुभव होगा।
पर्यटन और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
इस ट्रेन के जरिए श्रीनगर, गुलमर्ग, पहलगाम और अन्य पर्यटन स्थलों तक पहुंचना आसान हो जाएगा, जिससे पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।
ट्रेन का शुभारंभ
इस ट्रेन का ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है और रिपोर्ट्स के अनुसार, यह ट्रेन जनवरी 2025 में हरी झंडी प्राप्त कर सकती है। इसके उद्घाटन की संभावना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों है।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन क्यों है खास?
- पहली बार दिल्ली और श्रीनगर के बीच सीधा रेल संपर्क
- 13 घंटे में 800 किमी की दूरी तय
- आधुनिक सुविधाएं और बेहतर सुरक्षा
- जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा
- USBRL परियोजना का महत्वपूर्ण हिस्सा