logo

इस छोटे से बिजनेस से इस लड़की ने लगा दी आग, आज है करोड़ो की मालकिन

अमेरिकी फिनटेक फर्म स्टैक की को-फाउंडर और सीईओ सुनीरा मधानी ने अपने भाई के साथ मिलकर 82,000 करोड़ रुपये की कंपनी बनाई, हालांकि बहुत से लोगों ने इस विचार को बेकार समझा था।
 
इस छोटे से बिजनेस से इस लड़की ने लगा दी आग, आज है करोड़ो की मालकिन
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

सुनीरा ने न सिर्फ एक सफल स्टार्टअप खड़ा किया है, बल्कि अपने बिजनेस के लिए धन जुगाड़ करके अमेरिकी समाज में प्रचलित धारणा को तोड़ा है कि महिलाएं बिजनेस नहीं कर सकती हैं। यही कारण है कि वूमन एंटरप्रेन् योर को धन प्राप्त करने में बहुत मुश्किल होता है।

Pakistani सुनीरा मधानी हैं। उनके माता-पिता ने पाकिस्तान छोड़कर अमेरिका चले गए। उनके पिता का पारिवारिक व्यापार डूब गया। सुनीरा ने यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा से फाइनेंस में डिग्री ली। बाद में वे फर्स्ट डाटा में पेमेंट प्रोसेसर बन गए। उन्होंने बिजनेस ऑनर को पेमेंट टर्मिनल बेचा।


सुनीरा ने काम करते हुए बताया कि जबकि कई ग्राहक फ्लैट रेट आधारित मंथली सब् सक्रिप् शन चाहते हैं, उनकी कंपनी का पेमेंट प् लेटफार्म क् लाइंट से चार्ज कर रहा है। उन् होंने अपनी कंपनी के कर्मचारियों को यह ऑप् शन ग्राहकों को देने की सलाह दी। लेकिन उन् होंने सुनीरा की इस कल्पना को सार्थक नहीं बताया।

ऐसे शुरू हुआ स्टार्टअप, सुनीरा ने अपने विचारों को अपने माता-पिता से साझा किया। उनके पिता ने उन्हें सलाह दी कि अपने विचारों को दूसरों को देने की बजाय खुद ही स् टार्टअप शुरू करें। उनके पास फंड के नाम पर केवल छह महीने की सैलरी थी।

Business Tips : अब बिज़नस स्टार्ट करें कम पैसो में, मिलेंगा लाखो का मुनाफा
2014 में शुरू हुआ Tax: सुनीरा मधानी और उनके भाई रहमतुल् ला ने 2014 में कंपनी की नींव रखी। स् टैक् स ने फ्लैट रेट मंथली सब् सक्रिप् शन मॉडल को अपनाया, जबकि अन्य पेमेंट प् लेटफार्म पर्सेंटेज सेल् स मॉडल पर काम कर रहे थे। सिलिकॉन वैली की बजाय सुनीरा ने ओरेलैंडों को अपने व्यवसाय के लिए चुना। शुरू में उन्हें वहां सौ क् लाइंट मिले। सुनीरा को भी 145 करोड़ रुपये में कंपनी बेचने का ऑफर मिला। लेकिन उन्होंने इसे खारिज कर दिया।


आज सुनीरा की कंपनी की वैल् यू 8200 करोड़ रुपये है। उनकी कंपनी में ३०० कर्मचारी हैं। स् टैक् स ने पिछले आठ वर्षों में २३ बिलियन डॉलर की ट्रांजेक् शन की है। सुनीरा ने सीईओ स्कूल में भी स्वास्थ्य समूह बनाया है। तीन लाख से अधिक कामकाजी महिलाएं इससे जुड़ी हुई हैं।