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Surname Change: शादी के बाद सरनेम बदलना है? जानिए पूरी प्रक्रिया और जरूरी डॉक्यूमेंट्स

Surname Change: शादी के बाद अगर आप अपना सरनेम बदलना चाहती हैं, तो यह प्रक्रिया बेहद आसान है। जानिए कौन-कौन से दस्तावेज़ चाहिए, क्या है स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस और किन विभागों में कराना होता है नाम अपडेट।
 
 
Surname Change: शादी के बाद सरनेम बदलना है? जानिए पूरी प्रक्रिया और जरूरी डॉक्यूमेंट्स
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Surname Change: शादी एक नई शुरुआत होती है, जहां बहुत सी चीज़ें बदल जाती हैं—परिवार, रिश्ते और कभी-कभी नाम भी। खासकर महिलाओं के लिए शादी के बाद उपनाम (Surname) बदलना एक आम परंपरा रही है। यह बदलाव सिर्फ सामाजिक या भावनात्मक नहीं होता, बल्कि कानूनी रूप से भी इसका असर होता है। ऐसे में अगर आप ये बदलाव सही तरीके से नहीं करतीं, तो आगे चलकर पासपोर्ट, बैंकिंग, पैन कार्ड या आधार जैसी जरूरी सेवाओं में समस्याएं आ सकती हैं।

आज के दौर में जब आपकी पहचान पूरी तरह से डिजिटल सिस्टम से जुड़ी है, तब नाम बदलना सिर्फ रस्म नहीं बल्कि एक ज़रूरी कानूनी प्रक्रिया बन चुका है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे बिना किसी परेशानी के आप अपना उपनाम बदल सकती हैं और इसके लिए क्या-क्या कागज़ी कार्रवाई ज़रूरी है।

पहला कदम: शपथपत्र बनवाना

सबसे पहले आपको एक शपथपत्र (Affidavit) बनवाना होगा, जिसमें आप अपना पुराना नाम, नया नाम, पति का नाम, विवाह की तारीख और पता जैसी ज़रूरी जानकारी देंगी। इस शपथपत्र को ₹10 के स्टांप पेपर पर तैयार करवाएं और इसे किसी अधिवक्ता या नोटरी से प्रमाणित कराना न भूलें। यह एक आधिकारिक घोषणा होती है कि आपने अपनी मर्ज़ी से नाम बदला है।

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दूसरा चरण: राजपत्र (Gazette) में नाम प्रकाशित करवाना

शपथपत्र के बाद अगला कदम है भारतीय राजपत्र में अपने नाम परिवर्तन की जानकारी प्रकाशित करवाना। इसके लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेज़ों की जरूरत होगी:

  • शपथपत्र की कॉपी

  • शादी का प्रमाणपत्र

  • पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड या वोटर आईडी)

  • दो पासपोर्ट साइज फोटो

  • एक समाचार पत्र में प्रकाशित नाम परिवर्तन विज्ञापन की कॉपी

राजपत्र में नाम प्रकाशित करवाने की प्रक्रिया आमतौर पर 15 से 50 दिनों के बीच पूरी हो जाती है। इसके बाद आपके पास एक प्रमाण होता है कि आपने अपना नाम कानूनी तौर पर बदल लिया है।

तीसरा कदम: सभी ज़रूरी दस्तावेज़ों में नाम अपडेट कराना

राजपत्र में नाम बदलवाने के बाद सबसे ज़रूरी काम है कि आप अपने सभी आधिकारिक दस्तावेज़ों में नए नाम को अपडेट कराएं। आइए जानें कैसे:

1. आधार कार्ड में नाम बदलवाना

आधार कार्ड में नाम बदलवाने के लिए आपको नजदीकी आधार सेवा केंद्र जाना होगा। वहां आधार अपडेट फॉर्म भरें और साथ में शादी का प्रमाणपत्र लगाएं। ₹25 शुल्क अदा करें। कुछ समय के भीतर नया आधार कार्ड आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2. पैन कार्ड में नाम परिवर्तन

पैन कार्ड में नाम बदलवाने के लिए NSDL या UTIITSL की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यहां आपको फॉर्म 49A भरना होता है और जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करने होते हैं। शुल्क भरने के बाद नया पैन कार्ड कुछ दिनों में मिल जाएगा।

3. बैंक अकाउंट में नाम अपडेट करना

अपने बैंक में जाकर शादी का प्रमाणपत्र और पहचान पत्र दिखाकर नाम परिवर्तन का आवेदन करें। बैंक में यह प्रक्रिया कुछ ही दिनों में पूरी हो जाती है और आपका नया नाम बैंक रिकॉर्ड में अपडेट कर दिया जाता है।

4. पासपोर्ट में नाम परिवर्तन

पासपोर्ट में नाम बदलवाने के लिए पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) में जाकर आवेदन करना होता है। वहां आपको ओरिजिनल पासपोर्ट, नया नाम दर्शाने वाला शपथपत्र, शादी का प्रमाणपत्र और एड्रेस प्रूफ देना होगा। इसके बाद एक नया पासपोर्ट जारी कर दिया जाएगा जिसमें नया नाम दर्ज होगा।

5. ऑफिस और अन्य संस्थानों में अपडेट कराना

यदि आप नौकरी में हैं, तो अपने HR विभाग को नाम परिवर्तन की सूचना दें और आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें। इसके अलावा म्यूचुअल फंड, इंश्योरेंस पॉलिसी, प्रॉपर्टी पेपर्स और मोबाइल नंबर से जुड़े डॉक्युमेंट्स में भी नाम अपडेट कराना जरूरी है।

महत्वपूर्ण सुझाव

  • सभी दस्तावेज़ों में एक समान नाम लिखवाएं ताकि भविष्य में कोई भ्रम न हो।

  • नाम परिवर्तन के बाद पुराने दस्तावेज़ों की भी कॉपी संभालकर रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर रेफरेंस दिया जा सके।

  • अगर आप बच्चों की स्कूल में मां के नाम के रूप में अपडेट करवाना चाहती हैं, तो स्कूल प्रशासन को भी सभी दस्तावेज़ दिखाकर प्रक्रिया पूरी करें।

  • नाम परिवर्तन की प्रक्रिया को लेकर घबराएं नहीं, यह एक बार की मेहनत है और इसके बाद जीवन भर के लिए आसानियां बन जाती हैं।

नाम बदलना—सिर्फ एक दस्तावेज़ी प्रक्रिया नहीं

कई महिलाओं के लिए नाम बदलना सिर्फ एक औपचारिकता नहीं होता, बल्कि यह उनके नए जीवन की पहचान बन जाता है। ये बदलाव एक नई शुरुआत का संकेत होता है, जहां आप अपने पुराने अस्तित्व से आगे बढ़ती हैं और एक नई पहचान को अपनाती हैं। लेकिन यह भावनात्मक प्रक्रिया, अगर कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त न हो, तो कई बार यह मुश्किलें भी खड़ी कर सकती है। इसीलिए, यह ज़रूरी है कि आप समय रहते सभी जरूरी दस्तावेज़ों में सही नाम दर्ज करवाएं।

शादी के बाद नाम बदलना एक व्यक्तिगत और सांस्कृतिक फैसला हो सकता है, लेकिन इसे लेकर सही प्रक्रिया अपनाना बेहद ज़रूरी है। शपथपत्र से लेकर राजपत्र में नाम छपवाने और सभी जरूरी दस्तावेजों में नाम अपडेट करवाने तक हर कदम को सही तरीके से पूरा करने से भविष्य में कोई परेशानी नहीं आएगी।

अगर आप चाहें, तो प्रोफेशनल एजेंसियों की मदद भी ले सकती हैं, जो यह सारी प्रक्रिया आपके लिए संभालती हैं। लेकिन अगर आप खुद से करना चाहें, तो यह भी आसान है—बस दस्तावेज़ पूरे हों और जानकारी सही होनी चाहिए।