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Solar Panel: अब बिजली बिल का झंझट खत्म! सोलर पैनल पर ₹78,000 तक की सरकारी सब्सिडी

Solar Panel Subsidy: अब बिजली बिल की टेंशन खत्म! सरकार सोलर पैनल लगाने पर ₹78,000 तक की सब्सिडी दे रही है। इस योजना के तहत घरों और बिजनेस के लिए सोलर पैनल लगवाना सस्ता हो गया है। अगर आप भी बिजली बिल से बचना चाहते हैं और सौर ऊर्जा का फायदा उठाना चाहते हैं, तो जानें इस स्कीम का पूरा प्रोसेस और कितनी होगी आपकी कुल लागत। पूरी डिटेल नीचे पढ़ें।
 
Solar Panel: अब बिजली बिल का झंझट खत्म! सोलर पैनल पर ₹78,000 तक की सरकारी सब्सिडी
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Haryana update, Solar Panel: बिजली बिल से राहत पाने के लिए देश में सौर ऊर्जा का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। सरकार और बैंकों की ओर से उपभोक्ताओं को सोलर पैनल लगवाने के लिए कम ब्याज दर (7% तक) पर ऋण प्रदान किया जा रहा है, जिसकी अधिकतम राशि 2 लाख रुपये तक है। साथ ही, तीन किलोवाट या उससे अधिक क्षमता वाले सोलर पैनल लगाने पर 30 से 78 प्रतिशत तक अनुदान भी मिलता है।

सब्सिडी के तहत मिलने वाले लाभ:  Solar Panel

  •  किलोवाट के अनुसार सब्सिडी:

    • 1 किलोवाट क्षमता पर 30,000 रुपये
    • 2 किलोवाट क्षमता पर 60,000 रुपये
    • 3 किलोवाट या अधिक क्षमता पर 78,000 रुपये तक की सब्सिडी
  • 24 घंटे बिजली की सुविधा:
    सोलर पैनल लगवाने से घर में 24 घंटे बिजली उपलब्ध हो जाती है, जिससे बिजली बिल में भारी कटौती होती है। यदि अतिरिक्त बिजली बचती है, तो उसे ग्रिड में भेजकर अतिरिक्त आय भी अर्जित की जा सकती है।

  • जगह की आवश्यकता:
    प्रति किलोवाट संयंत्र के लिए लगभग 100 वर्ग फीट जगह की जरूरत होती है।

लागत वसूलने का समय:  Solar Panel

शहरी क्षेत्रों में सोलर पैनल की लागत लगभग 4-5 वर्षों में वसूल हो जाती है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह समय 7-8 वर्षों का होता है। सोलर पैनल एक बार लगने के बाद लगभग 25 वर्षों तक बिजली का उत्पादन करते हैं, जिससे लंबे समय में काफी बचत होती है।

ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ता रुझान:  Solar Panel

ग्रामीण इलाकों में जहां पर्याप्त जगह उ पलब्ध होती है, वहाँ लोग छत या आंगन में सोलर पैनल लगवाकर बिजली की सुविधा का पूरा लाभ उठा रहे हैं। इससे न केवल बिजली बिल में कटौती हो रही है, बल्कि अतिरिक्त बिजली के जरिए आय अर्जित करने का भी मौका मिल रहा है।

सरकार की इस योजना से उपभोक्ताओं को बिजली बिल में राहत मिलने के साथ-साथ, सौर ऊर्जा के जरिए पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी। यह पहल न केवल आर्थिक रूप से लाभकारी है, बल्कि देश में हरित ऊर्जा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।