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SIP से पाएं बेहतर रिटर्न, अपनाएं म्यूचुअल फंड में निवेश के स्मार्ट टिप्स

अगर आप म्यूचुअल फंड में SIP के ज़रिए निवेश करना चाहते हैं, तो यहां जानें स्मार्ट टिप्स और रणनीतियाँ जो आपके रिटर्न को बेहतर बना सकती हैं।

 
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Haryana update: हर व्‍यक्ति बेहतर भविष्‍य को ध्‍यान में रखते हुए अच्‍छी जगह invest करना चाहता है, ताकि आने वाले समय में उन्‍हें बेहतर return मिले। ऐसे में आजकल invest करने का ट्रेंडिंग टॉपिक बन चुका है Mutual Fund । Mutual Fund की तरफ आज कल लोग खींचे चले आ रहे हैं। हर कोई इसमें पैसा लगा रहा है,लेकिन इसमें पैसे invest करने से पहले आपको कुछ चीजों की जानकारी होनी बहुत जरूरी है।

हालांकि Mutual Fund रकम invest करने का एक अच्‍छा ऑप्‍शन हो सकता है, लेकिन इसमें समझे बिना invest करना जोखिम भरा भी हो सकता है। ऐसे में सही निर्णय लेना चाहिए ताकि आपको बाद में पछताना न पड़े।

Mutual Fund: आप क्‍यों invest करना चाहते हैं?
यहां सबसे पहले ये जरूर जान लें कि आखिर क्‍यों आप Mutual Fund में invest करना चाहते हैं? क्या यह आप लंबे समय के लिए invest कर रहे है मसलन रिटायरमेंट, बच्चों की शिक्षा या फिर शॉर्ट-टर्म जैसे छुट्टी या कार खरीदने के लिए। आप अपनी invest अवधि और लक्ष्य के आधार पर fund का चयन कर सकते हैं। लंबे समय के invest के लिए इक्विटी fund्स बेहतर हो सकते हैं, जबकि शॉर्ट-टर्म invest के लिए डेट fund्स।

GenZCFO Founder and CA मनीष मिश्रा का कहना है कि आज के समय Mutual Fund invest करने का एक बेहद लोकप्रिय माध्‍यम बन चुका है। जो विभिन्‍न प्रकार के investकों को उनके फाइनेंशियल टारगेट को पूरी करने में सहायता करता है। यह investकों से पूंजी एकत्रित कर उसे विभिन्‍न सेक्‍टर जैसे इक्विटी, बांड या अन्‍य फाइनेंशियल साधनों में invest करता है। ऐसे में जरूरी है कि invest करने से पहले इसके लाभ, जोखिम और सही fund चुनने की रणनीतियों पर विचार करें। उनका कहना है कि सही fund का चयन करने से पहले इन बातों पर जरूर ध्‍यान दें। यहां सबसे पहले जरूरी है कि आप अपने वित्‍तीय लक्ष्‍य निर्धारित करें। यानी invest करने से पहले अपने उद्देश्यों को स्‍पष्‍ट करें।

जोखिम क्षमता को ठीक से समझें- यहां अपने जोखिम उठाने की क्षमता के अनुसार ही fund का चयन करें।

fund का प्रदर्शन देंखें- सबसे पहले आपको पिछले 5 से 10 वर्षों के return को चेक करना होगा। fund का पिछला प्रदर्शन कैसा था और हालिया प्रदर्शन कैसा रहा।

एक्‍सपेंस रेशियों पर फोकस करें- कम एक्‍सपेंस रेशियो वाले fund अधिक लाभकारी साबित हो सकते हैं। इसके साथ ही आपको बाजार की

स्थिति लिक्विडिटी पर ध्यान में रखते हुए अपनी जरूरतों पर फोकस करते हुए ही invest करना होगा।

Mutual Fund में invest करने से आपको कई जगहों पर लाभ भी मिलता है। जैसे fund का मैनेजमेंट तरीके से कर पाते हैं। यहां आपके fund मैनेजर invest को बेहद कुशलतापूर्वक प्रबंधित करते हैं। ऐसे में investकों को मार्केट एनालिसिस की बेवजह चिंता नहीं करनी पड़ती। यहां invest को जरूरत पड़ने पर आसानी से भुनाया जा सकता है।

सिस्‍टमैटिक इनवेस्‍टमेंट प्‍लान - इसके जरिये investक छोटे-छोटे invest करके लंबी अवधि में बड़ा fund बना सकते हैं।

Mutual Funds पर टैक्स भी लागू होता है
इकोनॉमिक टाइम्‍स के अनुसार हर Mutual Fund का अपना एक रिस्क स्तर होता है, जो investक की जोखिम सहनशीलता पर निर्भर करता है। ऐसे में इक्विटी fund्स ज्यादा जोखिम वाले होते हैं जोकि लांग टर्म हाई return देते हैं। जबकि डेट fund्स कम जोखिम वाले होते हैं, लेकिन इनसे मिलने वाला return कम रहता है। इसके साथ ही Mutual Fund्स पर टैक्स भी लागू होता है। ऐसे में किसी भी fund से प्राप्त return पर कैपिटल गेन टैक्स लगता है। टैक्स की योजना बनाएं और टैक्स पर आधारित fund को ही चुनें। (जैसे ELSS fund्स टैक्स बचाने में मदद कर सकते हैं)।