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ज्यादा नमक खाना हो सकता है जानलेवा, जानिए कौन सा नमक है सबसे सही

नमक का ज्यादा सेवन सिर्फ स्वाद नहीं बिगाड़ता बल्कि हार्ट अटैक और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की वजह भी बन सकता है। जानिए एक्सपर्ट की राय में सबसे सुरक्षित नमक कौन सा है।
 
ज्यादा नमक खाना हो सकता है जानलेवा, जानिए कौन सा नमक है सबसे सही
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haryana update: ज्यादा नमक सिर्फ खाने का जायका नहीं बिगाड़ता, बल्कि आपकी सेहत के लिए गंभीर खतरा भी बन सकता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो ज्यादा नमक का सेवन हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, स्ट्रोक और यहां तक कि पेट के कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है। इसीलिए ज़रूरी है कि हम जानें – कितना नमक खाना सुरक्षित है और कौन सा नमक हमारी सेहत के लिए सबसे बेहतर है?

ज्यादा नमक से क्या-क्या हो सकता है नुकसान?

डॉक्टर्स और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स का कहना है कि शरीर को प्रतिदिन अधिकतम 5 ग्राम नमक की जरूरत होती है। लेकिन हमारी डेली डाइट में ये मात्रा कई गुना ज्यादा हो जाती है। ज्यादा नमक लेने से निम्न समस्याएं हो सकती हैं:

  • हाई ब्लड प्रेशर: नमक में मौजूद सोडियम रक्तचाप को तेजी से बढ़ाता है।

  • हार्ट अटैक और स्ट्रोक: लगातार हाई बीपी से दिल पर प्रेशर बढ़ता है और ब्लॉकेज की संभावना बढ़ जाती है।

  • गुर्दों पर असर: ज्यादा नमक से किडनी को रक्त छानने में दिक्कत होती है, जिससे किडनी फेलियर का खतरा रहता है।

  • पेट का कैंसर: इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) की एक रिपोर्ट के अनुसार, ज्यादा नमक का सेवन पेट की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ता है।

  • हड्डियां कमजोर होना: ज्यादा नमक शरीर से कैल्शियम की मात्रा कम करता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है।

कौन सा नमक है सबसे अच्छा?

मार्केट में आजकल कई तरह के नमक उपलब्ध हैं – रिफाइंड आयोडाइज्ड नमक, सेंधा नमक, काला नमक, सी सॉल्ट, और हिमालयन पिंक सॉल्ट। जानिए एक्सपर्ट्स की राय:

1. रिफाइंड आयोडाइज्ड नमक:

  • सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला नमक।

  • इसमें आयोडीन मिला होता है जो थायराइड की समस्या से बचाता है।

  • लेकिन इसमें अत्यधिक प्रोसेसिंग की जाती है जिससे बाकी मिनरल्स खत्म हो जाते हैं।

2. सेंधा नमक (रॉक सॉल्ट):

  • प्राकृतिक रूप से मिलने वाला नमक, बिना प्रोसेसिंग के।

  • इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम जैसे खनिज मौजूद रहते हैं।

  • हाई बीपी और डाइजेशन की समस्या वालों के लिए बेहतर विकल्प माना जाता है।

3. काला नमक:

  • आयुर्वेद में विशेष महत्व।

  • पाचन में सहायक, गैस और एसिडिटी में राहत देता है।

  • सीमित मात्रा में उपयोग करना चाहिए।

4. हिमालयन पिंक सॉल्ट:

  • हिमालय की चट्टानों से प्राप्त।

  • इसमें 80 से ज्यादा मिनरल्स होते हैं।

  • लेकिन इसमें आयोडीन की मात्रा बहुत कम होती है।

एक्सपर्ट की सलाह:

न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आपको थायराइड की समस्या है तो आयोडाइज्ड नमक ज़रूरी है। लेकिन अगर आप हाई बीपी, हार्ट प्रॉब्लम या डाइजेशन से परेशान हैं, तो सेंधा नमक या काला नमक ज्यादा बेहतर विकल्प हो सकता है।

कितना नमक खाना चाहिए?

WHO के अनुसार, एक व्यक्ति को रोजाना 5 ग्राम (करीब 1 चम्मच) नमक से ज्यादा नहीं खाना चाहिए। इसमें वो नमक भी शामिल है जो प्रोसेस्ड फूड, चिप्स, नमकीन, सॉस आदि से आता है। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए यह मात्रा और भी कम होनी चाहिए।

स्वाद के चक्कर में सेहत से समझौता करना किसी भी सूरत में ठीक नहीं है। नमक हमारे शरीर के लिए ज़रूरी जरूर है लेकिन सीमित मात्रा में। साथ ही, सही नमक का चुनाव भी उतना ही अहम है। सेहतमंद जीवन के लिए आज ही अपनी डाइट में नमक को संतुलित करें और एक्सपर्ट्स की सलाह के अनुसार सबसे उपयुक्त नमक का इस्तेमाल करें।