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Property Rules : रजिस्ट्री करवाते समय इन डॉक्युमेंट्स की होती है सबसे ज्यादा जरूरत

Property Rules : अगर आप घर या जमीन की रजिस्ट्री कराने जा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। प्रॉपर्टी रजिस्ट्री के दौरान कुछ जरूरी डॉक्युमेंट्स की जरूरत होती है, जिनके बिना प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकती। इनमें पहचान पत्र, बिक्री पत्र, नक्शा और टैक्स रसीद जैसे दस्तावेज शामिल हैं। बिना इन डॉक्युमेंट्स के रजिस्ट्री में दिक्कत आ सकती है। जानिए पूरी जानकारी के लिए नीचे पढ़ें पूरी डिटेल।

 
Property Rules : रजिस्ट्री करवाते समय इन डॉक्युमेंट्स की होती है सबसे ज्यादा जरूरत 
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Haryana Update, Property Rules : अपना खुद का घर, प्लॉट या दुकान खरीदना हर किसी का सपना होता है, लेकिन इस महत्वपूर्ण फैसले में थोड़ी सी लापरवाही आपका बड़ा नुकसान करवा सकती है। कई बार Property खरीदने के बाद न केवल वित्तीय नुकसान होता है, बल्कि कोर्ट कचहरी के चक्कर भी लग जाते हैं। इसी कारण, Property खरीदने से पहले संबंधित सभी इंपोर्टेंट डॉक्यूमेंट्स की अच्छी तरह से जांच-पड़ताल करना अनिवार्य है। आइए, जानें कि Property Registry से पहले किन 5 दस्तावेजों की जांच अवश्य करें:

1. Property deed (Property Deed)
- deed की तैयारी:  
  Property deed तैयार कराने के दो तरीके होते हैं – सीधे किसी deed राइटर या एडवोकेट से और Property डीलर के जरिए। चाहे आप किसी भी तरीके से deed बनवाएं, यह जरूरी है कि इसे Registry कराने से 4-5 दिन पहले तैयार करवा लें।
- deed की जांच:  
  deed में दर्ज सभी विवरणों की बारिकी से जांच करें – जैसे कि Property का मालिकाना हक, मापन, चौहद्दी आदि। कभी-कभी deed राइटर पुराने Registry डॉक्यूमेंट की कॉपी पेस्ट कर देते हैं, जिससे गलत जानकारी दर्ज हो सकती है। यदि कोई डिटेल संदेहास्पद लगे, तो एडवोकेट से सलाह अवश्य लें।

2. स्टांप ड्यूटी की रसीद (Stamp Duty Receipt)
- सही कैलकुलेशन:  
  deed पर लगने वाली स्टांप ड्यूटी का कैलकुलेशन सही होना चाहिए। कई बार लोग स्टांप ड्यूटी कम दिखाकर गलत फैक्ट लिख देते हैं, जिससे बाद में मुआवजा निकालना मुश्किल हो जाता है।  
- दस्तावेज़ेशन:  
  पहली बार में ही सही जानकारी देकर स्टांप ड्यूटी भरें, ताकि भविष्य में कोई विवाद न हो।

3. टाइटल चेन और ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्स-Property Rules
- टाइटल चेन की जांच:  
  Property के सारे टाइटल के कागजात की कॉपी लेकर यह जांच लें कि टाइटल चेन पूरी है या नहीं। सेलर या डीलर से यह भी पूछें कि क्या उनके पास सभी ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्स उपलब्ध हैं या नहीं।  
- गुमशुदगी का प्रमाण:  
  यदि किसी डॉक्यूमेंट की ओरिजिनल कॉपी उपलब्ध नहीं है, तो उसके पीछे का कारण जानें और जांचें कि पुलिस में कोई गुमशुदगी दर्ज है या नहीं।

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4. Property पजेशन लेटर (Possession Letter)
- पजेशन की पुष्टि:  
  Property खरीदते समय यह सुनिश्चित करना अति आवश्यक है कि सेलर का Property पर वैध पजेशन है या नहीं।  
- पजेशन लेटर:  
  पजेशन लेटर को तैयार करवा लें, जिस पर बायर और सेलर दोनों के सिग्नेचर हों। साथ ही, पजेशन लेते समय वीडियो रिकॉर्ड करना भी अच्छा रहेगा ताकि भविष्य में किसी विवाद की स्थिति में आपके पास सबूत मौजूद हों।

5. अन्य सहायक दस्तावेज़--Property Rules
- Property की विवरण सूची:  
  सभी कीमती वस्तुओं और सुविधाओं की सूची तैयार रखें जो Property में शामिल हैं।  
- रसीदें और इनवॉइस:  
  Property के साथ किए गए लेन-देन से जुड़ी रसीदें, इनवॉइस और अन्य प्रमाण पत्र भी सुरक्षित रखें।  
- एड्रेस प्रूफ और अन्य आवश्यक कागजात:  
  लॉकर या बैंक अकाउंट के जरिए लेन-देन के लिए मांगे गए एड्रेस प्रूफ व अन्य दस्तावेज़ों की भी जांच करें।