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IAS Success Story: कहानी प्रियंका गोयल की जिसने 5 बार असफल होकर भी UPSC में किया टॉप

प्रियंका गोयल की IAS सफलता की कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है। उन्होंने 5 बार असफल होने के बाद UPSC को क्रैक किया। जानें उनका संघर्ष और सफलता का राज।

 
IAS Success Story: कहानी प्रियंका गोयल की जिसने 5 बार असफल होकर भी UPSC में किया टॉप
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IAS Success Story: UPSC देश ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे मुश्किल परीक्षा में से एक माना जाता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। आज हम आपको ऐसी आईएएस अफसर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने कड़ी मेहनत कर सफलता हासिल की है। हम बात कर रहे हैं दिल्ली की प्रियंका गोयल की।

प्रियंका गोयल के लिए यूपीएससी का सफर मुश्किलों से भरा रहा, लेकिन इस दौरान भी वह हार न मानते हुए अपने लक्ष्य के प्रति अडिग रहीं। वह अपने सपने को लेकर बहुत स्पष्ट थीं। उनके लिए सिर्फ मंजिल मायने रखती थी, आगे का कठिन रास्ता नहीं।

प्रियंका गोयल दिल्ली की रहने वाली हैं। उन्होंने पीतमपुरा स्थित महाराजा अग्रसेन मॉडल स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के केशव महाविद्यालय से कॉमर्स में स्नातक की डिग्री हासिल की।

ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद प्रियंका ने सरकारी नौकरी के लिए यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। प्रियंका गोयल ने यूपीएससी परीक्षा के लिए कुल 6 प्रयास दिए। अगर वह यूपीएससी सीएसई 2022 में असफल हो जातीं, तो उनका सरकारी अधिकारी बनने का सपना अधूरा रह जाता।

प्रियंका गोयल का वैकल्पिक विषय लोक प्रशासन था। इसमें उन्हें 292 अंक मिले। प्रियंका ने एक इंटरव्यू में बताया कि यूपीएससी परीक्षा का उनका सफर बहुत कठिन था। उन्हें यह भी नहीं पता था कि वह कभी सफल होंगी या नहीं।

यूपीएससी परीक्षा के पहले प्रयास में प्रियंका गोयल को सिलेबस की सही जानकारी नहीं थी। ऐसे में वह प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाईं। दूसरे प्रयास में वह 0.7 अंकों से कट-ऑफ लिस्ट में जगह बनाने से चूक गईं। तीसरे प्रयास में वह यूपीएससी मेन्स परीक्षा में फेल हो गईं। चौथे प्रयास में वह CSAT में पिछड़ गईं। पांचवें प्रयास में कोविड काल में उनकी मां के फेफड़े 80% खराब हो गए। इस प्रयास में भी वह प्रीलिम्स पास नहीं कर पाईं।

प्रियंका का मानना ​​है कि उन्हें उस समय अपना 5वां प्रयास नहीं देना चाहिए था। उस समय वह संकट से गुजर रही थीं और ऐसे में प्रतियोगी परीक्षा पास करना वाकई बहुत मुश्किल था। इतने सालों में समाज और शादी का दबाव भी उन पर बढ़ने लगा। उनके पास बस एक ही प्रयास बचा था और इसमें उन्हें अपनी काबिलियत साबित करके अपना भविष्य तय करना था। आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने 2022 की यूपीएससी परीक्षा में 369वीं रैंक हासिल की।