PM Vishwakarma Yojana: पात्रता की शर्तें पूरी न कीं तो आवेदन हो सकता है रद्द, जानें डिटेल्स!
PM Vishwakarma Yojana के तहत लाभ पाने के लिए पात्रता की शर्तें पूरी करना अनिवार्य है। यदि कोई आवेदक सभी मानदंडों को पूरा नहीं करता है, तो उसका आवेदन रद्द किया जा सकता है। इस योजना के तहत पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण और ऋण सुविधाएं दी जाती हैं, लेकिन इसके लिए सरकार द्वारा तय की गई शर्तों को पूरा करना जरूरी है। नीचे जानें पूरी डिटेल।
Jan 31, 2025, 13:18 IST
follow Us
On
Haryana update : PM Vishwakarma Yojana भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जो पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक और कौशल विकास सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को वित्तीय सहायता, कौशल प्रशिक्षण, टूलकिट सहायता और सस्ते ब्याज दर पर लोन दिया जाता है। अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो पहले यह जानना जरूरी है कि आप इसके लिए पात्र हैं या नहीं।
कौन पात्र हैं?
इस योजना का लाभ उन लोगों को दिया जाता है जो पारंपरिक हस्तशिल्प और कारीगरी कार्य से जुड़े हुए हैं। पात्रता सूची में शामिल हैं:
- मोची/जूता बनाने वाले कारीगर
- दर्जी (टेलर)
- फिशिंग नेट निर्माता
- टोकरी, चटाई और झाड़ू बनाने वाले लोग
- हथौड़ा और टूलकिट निर्माता
- पत्थर तराशने वाले कारीगर
- गुड़िया और खिलौना निर्माता
- राजमिस्त्री, मालाकार और धोबी
- नाव निर्माता और लोहार
- ताला बनाने वाले कारीगर
- नाई (बार्बर)
योजना के तहत मिलने वाले लाभ
इस योजना में चयनित लाभार्थियों को निम्नलिखित सुविधाएं प्रदान की जाती हैं:
- 500 रुपये प्रतिदिन की दर से प्रशिक्षण भत्ता।
- टूलकिट खरीदने के लिए 15,000 रुपये की सहायता राशि।
- बिना गारंटी के लोन सुविधा:
- पहले चरण में 1 लाख रुपये तक का लोन सस्ती ब्याज दर पर।
- दूसरे चरण में 2 लाख रुपये तक का अतिरिक्त लोन।
कैसे करें आवेदन?
इस योजना में आवेदन करने के दो तरीके हैं:
1. ऑनलाइन आवेदन
- आधिकारिक वेबसाइट https://pmvishwakarma.gov.in/ पर जाएं।
- लॉगिन करें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करके आवेदन पूरा करें।
2. ऑफलाइन आवेदन
- नजदीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) पर जाएं।
- संबंधित अधिकारी से संपर्क करें और दस्तावेज़ सत्यापन कराएं।
- सभी प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद आवेदन जमा करें।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना और उनके व्यवसाय को बढ़ावा देना है। यदि आप इस योजना के पात्र हैं, तो जल्दी से आवेदन करें और इसके लाभ उठाएं।