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हिसार एयरपोर्ट पर सीधी फ्लाइट्स का रास्ता साफ, NOC जारी, जानें कौन से शहर होंगे कनेक्ट!

हिसार एयरपोर्ट पर अब सीधी फ्लाइट्स की शुरुआत होनी जा रही है। NOC (No Objection Certificate) जारी होने के बाद, एयरलाइंस कंपनियों को यहां से फ्लाइट्स संचालित करने की अनुमति मिल गई है। इससे हिसार और अन्य प्रमुख शहरों के बीच हवाई कनेक्टिविटी को मजबूत किया जाएगा। इसके तहत हिसार से दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़ समेत कई अन्य प्रमुख शहरों के लिए उड़ानें शुरू हो सकती हैं। यह कदम क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने और यात्रियों के लिए यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए है। जानें पूरी जानकारी और किस शहर से जुड़ेगा हिसार।
 
हिसार एयरपोर्ट पर सीधी फ्लाइट्स का रास्ता साफ, NOC जारी, जानें कौन से शहर होंगे कनेक्ट!
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Haryana update : हिसार में स्थित महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट के संचालन को लेकर अब एक अहम अपडेट आया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने अब एयरपोर्ट के संचालन के लिए एनओसी (No Objection Certificate) जारी कर दिया है, जिससे अब एयरपोर्ट के संचालन की दिशा साफ हो गई है। यह एनओसी मिलने के बाद, अब डीजीसीए (Directorate General of Civil Aviation) में फिर से हवाई जहाज उड़ाने के लिए आवेदन किया जाएगा। इसके बाद एयरपोर्ट का लाइसेंस जारी होने की संभावना लगभग डेढ़ महीने के भीतर जताई जा रही है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे हिसार एयरपोर्ट के संचालन में गति आएगी और यात्री सेवा के लिए तैयार हो जाएगा।

पैसेंजर टर्मिनल का निर्माण और इसके लिए टेंडर
हिसार एयरपोर्ट पर पैसेंजर टर्मिनल के निर्माण का काम भी तेजी से शुरू हो चुका है। 503 करोड़ रुपये की लागत से यह टर्मिनल तैयार किया जाएगा। इस पैसेंजर टर्मिनल का निर्माण एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) द्वारा किया जाएगा और इसके लिए पहले ही एक टेंडर लगाया जा चुका है। टर्मिनल का ग्राउंड वर्क यानी भूमि तैयार करने का काम शुरू हो चुका है, और यहां एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का प्रोजेक्ट ऑफिस भी स्थापित किया गया है। इस टर्मिनल के निर्माण से हिसार एयरपोर्ट पर यात्रियों के लिए सुविधाओं का विस्तार होगा और एयरपोर्ट के विकास की दिशा में एक और कदम बढ़ाया जाएगा।

हरियाणा सरकार का एलायंस एयर के साथ समझौता
शुरुआत में हिसार एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी के लिए हरियाणा सरकार ने एलायंस एयर के साथ समझौता कर लिया है। इसके तहत एलायंस एयर की उड़ानें पांच राज्यों के लिए शुरू की जाएंगी, जिनमें अयोध्या, जम्मू, जयपुर, दिल्ली और अहमदाबाद शामिल हैं। इन कनेक्टिविटी के साथ, हिसार के नागरिकों को आसानी से इन राज्यों में यात्रा करने का मौका मिलेगा। यह कनेक्टिविटी स्थानीय यात्रियों के लिए खास तौर पर महत्वपूर्ण साबित होगी, क्योंकि इससे उनके यात्रा समय में भी कमी आएगी।

उड़ानों की शुरुआत और सीटों की संख्या
शुरुआत में, 70 सीटर उड़ानों की शुरुआत की जाएगी। हालांकि, अगर यात्रियों की संख्या 70 से कम होती है, तो उड़ान को 40 सीटर तक सीमित किया जा सकता है। इस बारे में डीजीसीए के नागरिक उड्डयन विभाग के सलाहकार नरहरि सिंह बांगर ने 2 जनवरी 2025 को एयरपोर्ट का दौरा भी किया था, ताकि सभी तैयारियों की जांच की जा सके और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा सकें। यह निर्णय विमान सेवा प्रदाताओं और यात्री संख्या के आधार पर लिया जाएगा, ताकि सेवा की सुचारू रूप से शुरुआत हो सके।

हिसार एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था
हिसार एयरपोर्ट की सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। आमतौर पर, जब एयरपोर्ट का संचालन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा किया जाता है, तो एयरपोर्ट की सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ (Central Industrial Security Force) के पास होता है। लेकिन, हिसार एयरपोर्ट पर ऐसा नहीं होगा। यहां की सुरक्षा की जिम्मेदारी हरियाणा पुलिस के जवानों को सौंपी गई है। यह कदम राज्य पुलिस की भूमिका को और मजबूत करेगा और स्थानीय स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने में मदद करेगा। यह निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि हिसार एयरपोर्ट का आकार और संचालन अभी छोटा है, और हरियाणा पुलिस स्थानीय सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाने में सक्षम है।

एयरपोर्ट का संचालन और एएआई की भूमिका
हिसार एयरपोर्ट के संचालन की जिम्मेदारी एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के पास होगी। एएआई एयरपोर्ट के इन्फ्रास्ट्रक्चर, ऑपरेशन, और मेंटेनेंस से लेकर सभी जरूरी प्रक्रियाओं का संचालन करेगा। इसके साथ ही एयरपोर्ट में होने वाले विकास कार्यों को भी हरियाणा सरकार द्वारा करवाया जाएगा। इस प्रकार, एयरपोर्ट के संचालन में राज्य और केंद्र दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

आगे के विकास की दिशा
हिसार एयरपोर्ट के विकास में और भी कई कदम उठाए जाएंगे, जिनमें टर्मिनल के विस्तार, रनवे के सुधार और एयरलाइन ऑपरेटरों के साथ और भी कनेक्टिविटी विकल्प प्रदान करना शामिल है। इस तरह के विकास कार्यों से एयरपोर्ट की क्षमता बढ़ेगी और आने वाले समय में यह एक प्रमुख हवाई अड्डा बन सकता है, जो न केवल हिसार बल्कि आसपास के क्षेत्रों के लिए भी हवाई यात्रा का एक प्रमुख केंद्र बन सकेगा। 


हिसार एयरपोर्ट का संचालन शुरू होने के बाद यहां के लोगों को न केवल स्थानीय यात्रा में मदद मिलेगी, बल्कि यह आर्थिक विकास और पर्यटन के लिहाज से भी एक सकारात्मक कदम साबित होगा। इस एयरपोर्ट के शुरू होने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी मजबूत होगी। उम्मीद की जा रही है कि एयरपोर्ट के निर्माण और संचालन में आए बदलाव से हिसार का शहरीकरण और आर्थिक गतिविधियां तेज़ी से बढ़ेंगी, जिससे यहां के नागरिकों को कई तरह से लाभ मिलेगा।