New Pay Commission: कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए होगा बड़ा तोहफा, बेसिक सैलरी में वृद्धि

7वां वेतन आयोग कर्मचारियों के लिए कितना खास था?
7वां वेतन आयोग 1 जनवरी 2016 को लागू हुआ था। इस आयोग के लागू होने के बाद सरकार ने कर्मचारियों के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए। फिटमेंट फैक्टर को 2.57 पर सेट किया गया था, जिससे कर्मचारियों की सैलरी में काफी वृद्धि हुई। इसके तहत न्यूनतम बेसिक सैलरी को 18,000 रुपये कर दिया गया, जो पहले 6वें वेतन आयोग में 7,000 रुपये थी। इसके साथ ही पेंशनधारकों को भी फायदा मिला, और उनकी न्यूनतम पेंशन को 3,500 रुपये से बढ़ाकर 9,000 रुपये कर दिया गया। इन बदलावों ने 7वें वेतन आयोग को कर्मचारियों और पेंशनर्स दोनों के लिए खास बना दिया।
6वां वेतन आयोग और उसके बाद के फायदे
6वां वेतन आयोग जनवरी 2006 में लागू हुआ था। इसके तहत फिटमेंट फैक्टर को 1.86 पर सेट किया गया था, जिससे कर्मचारियों की न्यूनतम बेसिक सैलरी 2,750 रुपये से बढ़कर 7,000 रुपये हो गई। पेंशनधारकों की न्यूनतम पेंशन भी 1,275 रुपये से बढ़कर 3,500 रुपये हो गई। हालांकि, 6वां वेतन आयोग कर्मचारियों के लिए उतना बड़ा बदलाव नहीं था, लेकिन जो बदलाव हुए वो सकारात्मक थे और कर्मचारियों ने उनका लाभ उठाया।
8वें वेतन आयोग से कर्मचारियों की उम्मीदें
अब, 8वें वेतन आयोग से कर्मचारियों की उम्मीदें बहुत बढ़ गई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार फिटमेंट फैक्टर को 2.28 से 2.86 तक बढ़ाया जा सकता है। अगर ऐसा होता है, तो कर्मचारियों की न्यूनतम बेसिक सैलरी 18,000 रुपये से बढ़कर 41,000 रुपये से 51,480 रुपये तक हो सकती है। कर्मचारियों का मानना है कि आठवां वेतन आयोग उनके लिए एक बड़ा आर्थिक राहत पैकेज साबित होगा, जिससे उनकी सैलरी और पेंशन में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी होगी।
इस तरह, 8वां वेतन आयोग सरकारी कर्मचारियों के लिए एक