New Highway : हरियाणा से राजस्थान तक नया हाईवे, रेतीले टीलों के बीच विकास का मार्ग!

अब इसी क्रम में सिरसा में 34 किलोमीटर लंबी नई हाईवे का निर्माण प्रस्तावित है। हालांकि, इस हाईवे का पूरा निर्माण कार्य तभी तय होगा जब बाकी की लंबाई का सर्वे किया जाएगा। यह नया राजमार्ग सिरसा से जमाल, फेफाना, नोहर होते हुए तारानगर और चूरू तक प्रस्तावित किया गया है।
सड़क निर्माण से होंगे ये लाभ:
इस सड़क के निर्माण से इलाके में बस सेवाओं में वृद्धि हो सकती है। इसके लिए एक निजी फर्म द्वारा सर्वे किया जाएगा और उसकी रिपोर्ट संबंधित विभाग को दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार, इस रिपोर्ट को राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय को भेजा जाएगा ताकि निर्माण कार्य को अंतिम रूप दिया जा सके।
नेशनल हाईवे से कनेक्टिविटी:
यह नई सड़क सिरसा-नोहर से होते हुए तारानगर तक जाएगी और चूरू तक जाएगी, जिससे इसे राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ा जाएगा। पिछले वर्ष मई और जून में राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने इस हाईवे के निर्माण के लिए निजी कंपनी से सर्वे करवाने का निर्णय लिया था।
हनुमानगढ़ का सबसे लंबा राजमार्ग:
इस हाईवे के बनने से हनुमानगढ़ जिले का सबसे लंबा राजमार्ग बनेगा। फिलहाल, कैंचियां से सूरतगढ़ तक सिर्फ 6 किलोमीटर का ही राजमार्ग हनुमानगढ़ जिले में है, बाकी क्षेत्र श्रीगंगानगर में आता है। सिरसा-नोहर-तारानगर-चूरू हाईवे के बनने से चूरू, चलकोई, तारानगर, साहवा, नोहर, फेफाना और सिरसा से आने-जाने वाली गाड़ियों को काफी राहत मिलेगी।
सीधा हाईवे कनेक्शन:
चूरू से श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और सूरतगढ़ होते हुए पंजाब क्षेत्र की ओर जाने वाले वाहनों को अब सीधे नोहर से नया हाईवे मिलेगा। इससे वाहन चालक नोहर हाईवे से चूरू और फिर जयपुर-Delhi तक आसानी से सफर कर सकेंगे। यह रोड 15 फीट चौड़ा होगा और बाद में इसे 2 लेन से 4 लेन में बदलने की योजना है।
इस हाईवे के निर्माण से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास में भी योगदान मिलेगा और क्षेत्रवासियों को बेहतर यातायात सुविधाएं प्राप्त होंगी।