Delhi: NCR के इस शहर में नया प्रॉपर्टी रिकॉर्ड, 200 करोड़ में खरीदा गया फ्लैट!

गुरुग्राम में प्रॉपर्टी बाजार की एक सबसे खास घटना ने भी ध्यान आकर्षित किया है। डीएलएफ के कमैलिया फ्लैट में स्थित एक पेंटहाउस की हाल ही में 190 करोड़ रुपये में बिक्री हुई है, जिससे यह देश का सबसे महंगा फ्लैट बनकर उभरा है। कमैलिया के अलावा, गुरुग्राम के अन्य इलाकों जैसे साइबर हब और गोल्फ कोर्स के पास भी फ्लैट की कीमतें कई करोड़ तक पहुंच गई हैं। इन स्थानों पर बनने वाले प्रोजेक्ट्स ने न केवल स्थानीय बाजार में नया रिकॉर्ड कायम किया है, बल्कि पूरे एनसीआर क्षेत्र में निवेशकों का ध्यान भी अपनी ओर आकर्षित किया है।
इस महीने गुरुग्राम जिले की नौ तहसील और उप तहसील में कुल मिलाकर 8,604 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी खरीद-फरोख्त हुई है। इस विशाल कारोबार से सरकार को लगभग 476.57 करोड़ रुपये की स्टांप ड्यूटी प्राप्त हुई है। यह आंकड़ा यह दर्शाता है कि गुरुग्राम में प्रॉपर्टी के लेन-देन का स्तर कितना ऊँचा पहुँच चुका है। खासकर वजीराबाद तहसील को लेकर बात करें तो यह तहसील प्रॉपर्टी के लेन-देन और रजिस्ट्रेशन फीस के माध्यम से प्रदेश को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाली रही है। इस माह वजीराबाद में प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री का रजिस्ट्रेशन 2023 करोड़ रुपये के लेन-देन के साथ हुआ, जिसमें 2,227 सेल्स डीड दर्ज की गईं।
गुरुग्राम को “मिलिनियम सिटी” के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहाँ के आधुनिक विकास, बेमिसाल इंफ्रास्ट्रक्चर और उच्च स्तर के रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स ने इसे एक नया रूप दे दिया है। गुरुग्राम में सबसे पहले प्रॉपर्टी और कंपनियों की शुरुआत डीएलएफ कंपनी ने की थी। इसके बाद यूनिटेक, अंसल और अन्य बड़े बिल्डरों ने इस शहर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन बिल्डरों की वजह से गुरुग्राम न केवल भारत का पहला महंगा प्रॉपर्टी वाला शहर बन गया है, बल्कि यहां की प्रॉपर्टी के दाम भी देश में सबसे ऊँचे दर्जे पर पहुँच गए हैं।
इसके साथ ही, गुरुग्राम में तीन प्रमुख सोसाइटीयाँ – कैमेलियाज, अरालियाज और मंगोलियाज – शहर के सबसे आलीशान फ्लैट्स में से मानी जाती हैं। इन सोसाइटियों में देश के बड़े सेलिब्रिटीज के फ्लैट भी देखने को मिलते हैं। इनके चलते न केवल इन सोसाइटियों की प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छू रही हैं, बल्कि आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी जमीन के दाम में उल्लेखनीय उछाल आया है। इस तरह, बड़े पैमाने पर निवेश और प्रमुख सोसाइटीज़ के कारण गुरुग्राम का प्रॉपर्टी बाजार तेजी से विकसित हो रहा है।
गुरुग्राम की प्रॉपर्टी खरीद-फरोख्त ने न केवल निवेशकों को आकर्षित किया है, बल्कि इससे राज्य को भी भारी राजस्व प्राप्त हो रहा है। वजीराबाद और बादशाहपुर जैसी तहसीलों ने इस मामले में सबसे ज्यादा योगदान दिया है। प्रदेश में दस सबसे राजस्व देने वाली तहसीलों में से सात तहसील गुरुग्राम की ही हैं, जो इस बात का प्रमाण हैं कि यहाँ का रियल एस्टेट सेक्टर कितनी गतिशीलता से काम कर रहा है।
हालांकि इस लेख में कुछ अन्य जानकारियां भी सामने आई हैं, जैसे कि MCX गोल्ड प्राइस और बैंक चेक से जुड़े नियम, लेकिन मुख्य आकर्षण गुरुग्राम में प्रॉपर्टी के बढ़ते दाम और रिकॉर्ड लेन-देन पर ही है। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि गुरुग्राम में रियल एस्टेट का भविष्य कितना उज्जवल है और आने वाले दिनों में यहां निवेश की मात्रा और भी बढ़ सकती है।
इस प्रकार, गुरुग्राम ने अपनी रणनीतिक लोकेशन, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और प्रमुख बिल्डरों की बदौलत एक ऐसा बाजार तैयार कर लिया है, जहाँ प्रॉपर्टी के दाम और लेन-देन दोनों ही नई ऊँचाइयों पर पहुँच गए हैं। निवेशकों और खरीदारों के लिए यह शहर नए अवसर लेकर आया है, और अगर यह रुझान ऐसे ही जारी रहता है, तो गुरुग्राम का प्रॉपर्टी बाजार आने वाले समय में और भी शानदार प्रदर्शन करेगा।