logo

Gold Price: सोने के दामों में गिरावट, चांदी 97 हजार के पार!

Gold Price:  आज सोने के दामों में गिरावट देखने को मिली है, जबकि चांदी 97 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के पार पहुंच गई है। सोने का भाव कम होने से निवेशकों को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन चांदी की कीमतों में लगातार वृद्धि जारी है। जानें सोने और चांदी के ताजे दाम और क्या है आगे का ट्रेंड।
 
Gold Price: सोने के दामों में गिरावट, चांदी 97 हजार के पार!
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Haryana update, Gold Price:भारत में इस साल की शुरुआत से ही सोने के दामों में तेजी देखने को मिल रही है। फरवरी के अंत और इस हफ्ते की शुरुआत से सोने के दामों में गिरावट का दौर शुरू हो गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगले हफ्ते तक इस गिरावट का सिलसिला जारी रह सकता है। देश में मांगलिक कार्यकम में कमी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिका द्वारा सोने के आयात पर शुल्क बढ़ाने जैसे कारकों के कारण सोने की मांग में कमी आई है, जिससे कीमतों पर दबाव पड़ा है।

भारतीय बाजार में सोना न केवल एक निवेश का साधन है, बल्कि हमारी परंपराओं और त्योहारों का भी अहम हिस्सा है। जब शादी और त्योहारों के दिनों में सोने की मांग बढ़ जाती है, तो इसके दाम में तेजी देखने को मिलती है। हाल ही में, 24 कैरेट सोने के दाम में गिरावट दर्ज हुई है। उदाहरण के तौर पर, आज के दिन भारतीय बाजार में 24 कैरेट सोने का भाव लगभग 86,600 रुपये प्रति दस ग्राम है, जबकि 22 कैरेट सोने के दाम लगभग 79,300 रुपये के आसपास हैं।

साथ ही, सोने के साथ-साथ चांदी के दामों में भी गिरावट दर्ज हुई है। भारतीय बाजार में 1 किलो चांदी का दाम 96,900 रुपये के ऊपर कारोबार कर रहा है। इन बदलावों के पीछे अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मांग और आपूर्ति में असंतुलन, डॉलर की मजबूती, सरकार द्वारा सोने पर लगाए जा रहे टैक्स और रुपये की कीमत में उतार-चढ़ाव जैसे कई कारक जिम्मेदार हैं।

दिल्ली और मुंबई जैसी प्रमुख महानगरों में सोने के दामों में मामूली अंतर देखने को मिलता है। उदाहरण के लिए, दिल्ली में 24 कैरेट सोना लगभग 86,760 रुपये प्रति दस ग्राम पर बना हुआ है, जबकि 22 कैरेट सोना 79,540 रुपये प्रति दस ग्राम पर उपलब्ध है। मुंबई में भी 24 कैरेट सोने का भाव 86,610 रुपये और 22 कैरेट सोने का भाव 79,390 रुपये प्रति दस ग्राम दर्ज किया गया है। इन कीमतों में स्थानीय कर, परिवहन लागत और अन्य आंतरिक कारक शामिल होते हैं, जो शहर-शहर में मामूली अंतर पैदा करते हैं।

सोने की कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार के दाम, अमेरिकी आर्थिक नीतियाँ और ब्याज दरों में बदलाव है। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मांग कम होती है या डॉलर की मजबूती के कारण सोना महंगा पड़ता है, तो भारतीय बाजार में भी इसके दामों में गिरावट आती है। इसके अलावा, महंगाई और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते निवेशक सोने में अपनी रुचि कम कर देते हैं, जिससे इसकी मांग पर असर पड़ता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतें स्थिर रह सकती हैं या हल्की बढ़ोतरी भी हो सकती है। हालांकि, यह पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय आर्थिक परिस्थितियों, अमेरिकी डेटा, फेडरल रिजर्व के मौद्रिक नीतिगत निर्णयों और वैश्विक राजनीतिक घटनाओं पर निर्भर करेगा। निवेशकों को सुझाव दिया जाता है कि यदि आप लंबे समय के लिए सोना खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो यह समय उपयुक्त हो सकता है, क्योंकि वर्तमान में कीमतें थोड़ी कम हैं। लेकिन अल्पकालिक लाभ के लिए बाजार के रुझान पर ध्यान देना जरूरी है।

सोना खरीदते समय हमेशा BIS हॉलमार्क, शुद्धता और मेकिंग चार्ज पर ध्यान दें। अलग-अलग ज्वेलर्स से कीमतों की तुलना करें और यदि निवेश के लिए खरीद रहे हैं तो गोल्ड बार या सिक्के आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं। साथ ही, यह भी ध्यान रखें कि सोना न केवल आपके निवेश पोर्टफोलियो को संतुलित करता है, बल्कि त्योहारों, शादी और अन्य सामाजिक अवसरों में भी आपकी जरूरतों को पूरा करता है।

अंत में, सोने की कीमतों में हो रही गिरावट को अल्पकालिक रूप से देखा जा सकता है, लेकिन यह गिरावट भविष्य में फिर से उलट सकती है। यदि आप दीर्घकालिक निवेश की योजना बना रहे हैं, तो वर्तमान बाजार स्थिति आपके लिए एक अच्छा अवसर प्रदान कर सकती है। निवेश से पहले विशेषज्ञों की सलाह लेना न भूलें, ताकि आप बाजार के उतार-चढ़ाव के बावजूद अपने निवेश से अधिकतम लाभ उठा सकें।