Malware Alert: अगर आपके पास भी है iPhone, तो हो जाइए सावधान, आपके फोन में हो सकता है ये खतरनाक जासूस, इसके लिए जारी हुआ सिक्योरिटी अपडेट
Pegasus Spyware:क्या आपके आईफोन में तो नहीं है ये पेगासस नाम का जासूस, काफी खतरनाक ये स्पाईवेयर है. हम आपको सावधान कर दे कि यह यूजर्स के बिना कुछ किए डिवाइस में आ जाता है. वही ये पेगासस केवल एक सामान्य वॉट्सऐप कॉल के जरीए भी आ सकता है.
Haryana Update: अगर आपके पास भी ऐपल का आईफोन (iPhone), आईपैड, मैक कंप्यूटर्स और स्मार्टवॉच हैं तो उसे फटाफट अपडेट कर लें. अगर आप यह काम जल्द नहीं करते हैं तो हो सकता है कि आपकी ऐपल डिवाइस में दुनिया का सबसे खतरनाक जासूसी स्पाईवेयर पेगासस इंस्टॉल हो सकता है.
इंटरनेट सिक्योरिटी वॉचडॉग सिटिजन लैब (Citizen Lab) का कहना है कि हैकर्स पेगासस को ऐपल के आईफोन और अन्य डिवासेज में घुसाने की कोशिश कर रहे हैं. सिटिजन लैब के ऐपल को इसकी जानकारी देने के बाद अब कंपनी ने नया सिक्योरिटी अपडेट जारी कर दिया है ताकि पेगासस को आईफोन में इंस्टॉल करने से रोका जा सके.
दरअसल, सिटिजन लैब ने पता लगाया था कि पिछले हफ्ते हैकर्स कुछ अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ काम कर रहे एक सामाजिक कार्यकर्ता के आईफोन में डिवाइस में सेंध लगाने की कोशिश हैकर्स कर रहे थे.
पेगासस स्पाईवेयर को इंस्टॉल करने के लिए हैकर्स ‘जीरो क्लिक वल्नेरेबिलिटी’ (Zero-Click Vulnerability) का इस्तेमाल रहे हैं. जीरो क्लिक भेद्दता का मतलब हुआ कि किसी डिवाइस यूजर्स के बिना किसी लिंक या कहीं और क्लिक भी पेगासस उस डिवाइस में इंस्टॉल हो जाता है. सिटिजन लैब ने इसे जीरो डे मैलवेयर का नाम दिया.
इसके लिए ऐपल ने जारी किए अपडेट
सिटिजन लैब ने इस स्पाईवेयर को BLASTPASS कहा, जो लेटेस्ट वर्जन iOS (16.6) पर चलने वाले आईफोन को बिना यूजर्स के पता चले नुकसान पहुंचा सकता है. सिटिजन लैब ने ऐपल को इस मैलवेयर की जानकारी दी. ऐपल ने तुरंत ही इसे फिक्स करने के लिए स्पेशल अपडेट जारी किए.
ये अपडेट आईफोन, आईपैड, मैक कंप्यूटर्स और स्मार्टवॉच समेत सभी प्रोडक्ट्स के लिए हैं. ऐपल ने दो ‘कॉमन वलनरबिलिटीज एंड एक्सपोजर’ या CVEs की लिस्ट जारी की है, जो सुरक्षा में सेंध लगाने वाली कमियों की पहचान करते हैं.
पेगासस है बेहद खतरनाक
पेगासस एक स्पाईवेयर है, जो चुपके से किसी भी फोन या डिवाइस में इंस्टॉल कर दिया जाता है. इसके बाद फोन यूजर्स जो कुछ भी करता है उसकी सारी जानकारी हैकर्स के पास चली जाती है. जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस फोन में एक सामान्य वॉट्सऐप कॉल से भी पहुंच सकता है. जिसको कॉल की गई है, वह जवाब दे या न दे, उसके फोन में यह पहुंच जाएगा.
यह फोन में विभिन्न लॉग एंट्री डिलीट कर देता है, जिससे इसकी मौजूदगी का पता नहीं चलता. इस्राइली कंपनी एनएसओ ने पेगासस को विकसित करने के बाद विभिन्न देशों की सरकारों को बेचना शुरू किया. सॉफ्टवेयर काफी महंगा माना जाता है, इसलिए सामान्य संगठन और संस्थान इसे खरीद नहीं पाते.