Loan News : इस स्मार्ट ट्रिक से सस्ता हो जाएगा महंगा लोन, EMI में आएगा बड़ा फर्क – जानें कैसे

EMI ज्यादा क्यों लगती है?
बैंकों से लिए गए लोन पर लगने वाला ब्याज दर (Interest Rate) और लोन की अवधि (Tenure) तय करती है कि आपकी EMI कितनी होगी।
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अगर ब्याज दर ज्यादा है तो EMI भी ज्यादा होगी।
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लंबी अवधि के लोन में कुल भुगतान भी ज्यादा होता है।
ऐसे में लोग सोचते हैं कि लोन चुकाना बहुत भारी पड़ रहा है और इसे कम करने का कोई तरीका नहीं है। जबकि ऐसा नहीं है।
सिर्फ एक ट्रिक से लोन हो सकता है सस्ता – जानें कैसे
ट्रिक: लोन ट्रांसफर (Loan Transfer) या बैलेंस ट्रांसफर
आप अपने मौजूदा लोन को एक बैंक से दूसरे बैंक में ट्रांसफर कर सकते हैं अगर दूसरी बैंक आपको कम ब्याज दर पर लोन देने को तैयार है।
उदाहरण:
मान लीजिए आपने ₹20 लाख का होम लोन 9% ब्याज दर पर लिया है और अभी तक 5 साल EMI भर चुके हैं। अब दूसरी बैंक 7.5% ब्याज दर पर लोन देने को तैयार है।
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ऐसे में बाकी बचे लोन को दूसरी बैंक में ट्रांसफर करें।
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EMI घटेगी और लाखों की बचत होगी।
कैसे करें लोन ट्रांसफर?
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अपनी मौजूदा बैंक से लोन स्टेटमेंट लें।
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नई बैंक में कम ब्याज दर पर लोन की डील फाइनल करें।
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नई बैंक पुरानी बैंक का बकाया चुका कर लोन ट्रांसफर करेगी।
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नई बैंक में नया EMI शेड्यूल बन जाएगा।
फायदे क्या हैं?
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ब्याज दर कम हो जाती है
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EMI में कटौती
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कुल ब्याज भुगतान कम होता है
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जल्दी लोन खत्म करने में मदद
किन बातों का रखें ध्यान?
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लोन ट्रांसफर पर कुछ प्रोसेसिंग फीस लग सकती है
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कुछ बैंक पहले से EMI भर चुके सालों के बाद ट्रांसफर की इजाजत नहीं देते
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ट्रांसफर करने से पहले सभी शर्तें जरूर पढ़ लें
दूसरी स्मार्ट टिप्स भी जानें:
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पार्ट प्री-पेमेंट करें: जब भी अतिरिक्त पैसा हो, EMI के अलावा कुछ और अमाउंट जमा कराएं। इससे मूलधन जल्दी घटेगा और ब्याज की बचत होगी।
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ऑटो डेबिट ऑप्शन चुनें: कई बैंक इसपर छूट देते हैं।
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क्रेडिट स्कोर मजबूत बनाएं: इससे कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है।
अगर आप हर महीने भारी EMI से परेशान हैं तो लोन ट्रांसफर एक स्मार्ट उपाय हो सकता है। सिर्फ एक फैसला आपको लाखों रुपये की बचत करवा सकता है। ऐसे समय में जब हर चीज महंगी होती जा रही है, लोन को सस्ता बनाना आपकी वित्तीय स्थिति को मजबूत कर सकता है।