Hydrogen Train: देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन, 31 मार्च तक पटरी पर दौड़ेगी, जानें रूट!

बजट और निर्माण प्रक्रिया Hydrogen Train
रेल मंत्रालय ने 2023-24 के बजट में 2,800 करोड़ रुपये की राशि हाइड्रोजन फ्यूल सेल आधारित ट्रेनों के निर्माण के लिए निर्धारित की थी। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस ट्रेन का पूरा डिजाइन और तकनीक भारत में ही विकसित की गई है।
कहां चलेगी पहली हाइड्रोजन ट्रेन? Hydrogen Train
भारत की पहली हाइड्रोजन ट्रेन को चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में तैयार किया जा रहा है। शुरुआत में यह ट्रेन नॉर्दर्न रेलवे के दिल्ली डिवीजन में जींद- सोनीपत रूट पर संचालित होगी।
ट्रेन की विशेषताएं Hydrogen Train
- इस हाइड्रोजन ट्रेन की पावर क्षमता 1,200 हॉर्सपावर (HP) होगी, जो अन्य देशों में चल रही हाइड्रोजन ट्रेनों से दोगुनी अधिक है।
- यह ट्रेन हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के मिश्रण से बिजली उत्पन्न करेगी, जिससे केवल जल वाष्प उत्सर्जित होगा।
- पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त यह ट्रेन रेलवे के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में मदद करेगी।
- यदि यह प्रयोग सफल होता है तो भारतीय रेलवे दुनिया के अग्रणी ग्रीन ट्रांसपोर्टर में शामिल हो जाएगा।
रेलवे बना रहा विशेष इंफ्रास्ट्रक्चर Hydrogen Train
इस प्रोजेक्ट के तहत रेलवे हाइड्रोजन रीफिलिंग के लिए विशेष इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा है। सरकार का दावा है कि यह दुनिया की सबसे लंबी हाइड्रोजन ट्रेनों में से एक होगी और इसकी पावर क्षमता भी सबसे अधिक होगी।
ग्रीन एनर्जी की दिशा में बड़ा कदम Hydrogen Train
इस हाइड्रोजन ट्रेन के संचालन से भारत में स्वच्छ और टिकाऊ परिवहन को बढ़ावा मिलेगा। यह कदम भारतीय रेलवे को पर्यावरण के अनुकूल और ऊर्जा कुशल परिवहन प्रणाली में बदलने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।