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Income Tax Alert! घर में रखे कैश का सबूत नहीं दिया तो क्या होगा एक्शन, जान लें नए नियम

Income Tax Alert: अगर आपके पास घर में रखा हुआ बड़ा कैश अमाउंट है और आप उसका सही स्रोत नहीं बता पाए तो इनकम टैक्स विभाग कार्रवाई कर सकता है। बिना वैध दस्तावेज के कैश मिलने पर भारी पेनल्टी और टैक्स लग सकता है। ऐसे में इनकम टैक्स नियमों को समझना जरूरी है ताकि किसी भी कानूनी पेंच में न फंसें। नीचे पढ़ें पूरी डिटेल।
 
Income Tax Alert! घर में रखे कैश का सबूत नहीं दिया तो क्या होगा एक्शन, जान लें नए नियम
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Haryana update, Income Tax Alert : इनकम टैक्स एजेंसियों द्वारा घर या दफ्तर में मौजूद अधिक कैश पर छापेमारी की खबरें अक्सर सुनने को मिलती हैं। इससे अक्सर सवाल उठते हैं कि क्या घर में ज्यादा कैश रखना अपराध है? चलिए, इस खबर में आपके इन सवालों का सरल और स्पष्ट जवाब देते हैं।

कैश रखने का नियम क्या है?

आयकर कानून में स्पष्ट रूप से यह निर्दिष्ट नहीं किया गया है कि कोई व्यक्ति अपने घर या दफ्तर में कितनी राशि तक कैश रख सकता है। मतलब, जितनी मात्रा में भी कैश आपके पास है, वह वैध मानी जाती है, बशर्ते कि आपके पास उस राशि के स्रोत के सबूत उपलब्ध हों। आयकर विभाग के पास धारा 68 से 69B के प्रावधान हैं, जो किसी भी ज्ञात स्रोत से अधिक आय को संबोधित करते हैं। अगर आपके पास रखे गए कैश का स्रोत स्पष्ट नहीं होता है, तो विभाग आपसे इसकी जांच कर सकता है और उचित सबूत मांगा जा सकता है।

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यदि सबूत प्रस्तुत नहीं किए गए तो क्या होगा?

अगर आप यह साबित करने में असमर्थ रहते हैं कि आपके पास रखी गई राशि का स्रोत कहां से आया है, तो आयकर विभाग आपकी संपत्ति पर टैक्स लगा सकता है। ऐसे मामलों में, यदि पर्याप्त सबूत नहीं मिले, तो आपको आयकर ब्रैकेट के अनुसार टैक्स के साथ-साथ 78% तक का जुर्माना भी देना पड़ सकता है। इसका मतलब यह है कि घर में रखी अधिक मात्रा में कैश रखने पर ध्यान देना जरूरी है और हमेशा अपने वित्तीय रिकॉर्ड और सबूत तैयार रखना चाहिए।

कैश और गिफ्ट से संबंधित नियम

ध्यान देने वाली बात यह है कि घर में मौजूद कैश केवल बैंक से निकाली गई राशि तक सीमित नहीं है। कई बार गिफ्ट के रूप में भी पैसे प्राप्त होते हैं। आयकर कानून में गिफ्ट के लेन-देन पर भी पाबंदी है। यदि किसी व्यक्ति को 2 लाख रुपये से अधिक की राशि तोहफे में मिलती है, तो इसे स्वीकार करने पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। ऐसे में, यदि आपको गिफ्ट के रूप में कैश प्राप्त हुआ है, तो आपको संबंधित दस्तावेज और प्रमाण रख कर रखना चाहिए। किसी भी पूछताछ के मामले में ये दस्तावेज आपके लिए सुरक्षा का काम करेंगे।

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व्यापार और निजी खर्चों में कैश की महत्ता

यदि आप कोई व्यवसाय चला रहे हैं, तो आपके सभी कैश लेन-देन को कैश बुक में दर्ज करना अनिवार्य है। इसी तरह, जो लोग व्यवसाय से बाहर हैं, उन्हें भी अपने पास मौजूद कैश या संपत्ति के स्रोत के सबूत रखने चाहिए। इससे भविष्य में आयकर विभाग द्वारा किसी भी तरह की पूछताछ या छापेमारी के दौरान आपको परेशानी नहीं होगी।