Income Tax की रेड में नोटों के अंबार! तीन दिन से जारी छापेमारी में करोड़ों बरामद!

तीन दिनों से जारी कार्रवाई Income Tax
पिछले तीन दिनों से चल रही इस छापेमारी में अफसरों को घरों, दफ्तरों और कारोबारियों के ठिकानों से भारी मात्रा में नकदी, नोटों की गड्डियाँ, सोना-चांदी, और अन्य कीमती वस्तुएँ बरामद हुई हैं। राजस्थान की राजधानी जयपुर में इस बड़ी छापेमारी ने खास खलबली मचा दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, आयकर विभाग को अब तक 5.35 करोड़ रुपये नकद, करीब 11 लाख रुपये विदेशी मुद्रा, 25 से अधिक लॉकर और लगभग 11 करोड़ रुपये के गहने बरामद हुए हैं। ऐसे में अफसरों की आंखें भी खुली की खुली रह गई हैं।
अहम सबूत और डिजिटल रिकॉर्ड Income Tax
इस कार्रवाई के दौरान विभाग को कई अहम सबूत भी मिले हैं। अफसरों ने बताया कि दुबई में कारोबारियों की ओर से 75 लाख रुपये से अधिक की पूंजी लगाने का सबूत भी दस्तावेजों और डिजिटल डेटा के रूप में मिला है। यह पैसा 2014 में दुबई की प्रॉपर्टी में निवेश के तौर पर लगाया गया था। इसके अलावा, 34 रियल एस्टेट परियोजनाओं के कागजात भी टीम के हाथ लगे हैं, जिससे यह साबित होता है कि कई कारोबारियों ने अवैध तरीकों से धन जुटाया है।
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दलालों के माध्यम से हुए निवेश Income Tax
आयकर विभाग की टीम को कार्रवाई के दौरान पेनड्राइव और हार्ड डिस्क में डिजिटल डेटा मिला, जिसमें यह जानकारी सामने आई कि 411 व्यक्तियों ने दलालों के माध्यम से 55 करोड़ रुपये की नगदी में निवेश किया था। एक्सेल शीट, नोटरीकृत दस्तावेज़ और अन्य साक्ष्य भी बरामद हुए हैं, जो इन कारोबारियों के ठिकानों पर की गई अवैध गतिविधियों को उजागर करते हैं। अब विभाग ने अगली कार्रवाई की योजना भी बना ली है।
अलग-अलग ठिकानों पर की जा रही छापेमारी Income Tax
यह कार्रवाई बड़े कारोबारियों के विभिन्न ठिकानों पर की जा रही है। आयकर विभाग ने लगभग 25 ठिकानों पर छापा मारी है, जहां मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य डिजिटल उपकरणों की भी जांच की गई है। अफसरों को उम्मीद है कि आगे भी कई और बड़े कारोबारियों के मामले सामने आ सकते हैं। कई बड़े व्यवसायी और निवेशक अब विभाग के जाल में फंसने की आशंका में हैं।
रियल एस्टेट का है बड़ा पैसा Income Tax
इस कार्रवाई के दौरान यह भी पता चला है कि बरामद धन का अधिकांश हिस्सा रियल एस्टेट कारोबार से जुड़ा हुआ है। विभाग की जांच में पाया गया है कि 34 रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स से जुटाई गई राशि का मिलान किया गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इन प्रोजेक्ट्स में कारोबारियों ने 35 करोड़ रुपये से अधिक नकद निवेश किया है। इसके अलावा, पूछताछ में पता चला कि कंस्ट्रक्शन और रियल एस्टेट कंपनियों के कर्मचारियों द्वारा निवेश की गई राशि में से लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा कैश में लिया गया था।