logo

क्या आप का काम भी नहीं चलता, हाथ में नहीं टिकता पैसा, तो इन गलतियों को आज ही सुधारे

यदि आपको पता नहीं है कि आपकी सैलरी कैसे चली जाती है, तो इस फॉर्मूले से आप अपनी गलती का पता लगाकर उसे सुधार सकते हैं। आपकी आदत एक वर्ष में ही बदल जाएगी, यकीन मानिए। सख्ती से एक नियम का पालन करना चाहिए।
 
क्या आप का काम भी नहीं चलता, हाथ में नहीं टिकता पैसा, तो इन गलतियों को आज ही सुधारे 

हमारे देश में अधिकांश लोग शिकायत करते हैं कि वे अच्छी कमाई के बावजूद बचत नहीं कर पाते हैं। आखिर उन्हें धन बचा पाना क्यों नहीं संभव है? इसका एकमात्र कारण यह है कि जब वे कारण को समझ जाएंगे, तो समस्या दूर हो जाएगी। ऐसे लोगों को "फिजूल खर्च" और "खर्च" के बीच कोई फर्क नहीं है। 

यह आम है कि लोगों की आमदनी बढ़ने के साथ उनके खर्चे भी बढ़ते हैं। क्योंकि जीवनशैली में अचानक बदलाव आते हैं ऐसे में, जेब खाली रही जब कम आय थी, और जीरो रही जब आय बढ़ी। 

क्या आप फिजूल खर्च को पहचान सकते हैं?

इस बीच, एक महत्वपूर्ण प्रश्न उठता है कि 'खर्च' और 'फिजूल खर्च' को कैसे अलग करें? एक व्यक्ति का फिजूल खर्च दूसरे व्यक्ति का महत्वपूर्ण खर्च है। ऐसे में दोनों को अलग करना बहुत आसान है; हर आदमी को मानना चाहिए कि वह कुछ खर्च करता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि अधिकांश लोग अपनी आमदनी का 10 से 20 प्रतिशत हिस्सा फिजूल खर्ची में खर्च करते हैं।

एक लाख रुपये की आमदनी वाला व्यक्ति कम से कम 10,000 रुपये प्रति महीने फिजूल खर्च करता है, जिसे वह रोक सकता है। साथ ही, महीने भर के गैर-जरुरी खर्चों को भी विचार कीजिए। लेकिन आप उस पर खर्च करते हैं। अनुमान है कि आंकड़ा 10% से 20% के बीच रहेगा। हम फिजूल खर्च का अनुमान लगाने के लिए यहां कुछ उदाहरण दे रहे हैं। यद्यपि ये कुछ लोगों के लिए जरूरी खर्च हो सकता है, अधिकांश लोगों के लिए ये फिजूल खर्ची के दायरे में आता है, जिसे उन्हें आसानी से रोकना चाहिए। 

बाहर भोजन: बाहर खाने का कल्चर बड़े शहरों में तेजी से फैल रहा है। अब लोग घर बैठे भी खाना ऑनलाइन मंगवा लेते हैं। कभी-कभी खाना मंगाना मजबूरी हो सकती है। लेकिन अधिकांश लोग मेहनत करने से बचते हैं और बाहर खाते हैं या ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं। आप इसे नियंत्रित कर सकते हैं। घर में खाना बनाने की लागत का एक चौथाई बाहर खर्च किया जाएगा। 

कूदना: लोग अक्सर विदेश घूमने में बहुत पैसा खर्च करते हैं। साल में दो बार घूमने से आर्थिक बजट बहुत प्रभावित नहीं होता। लेकिन मनोरंजन के लिए कुछ लोग हर महीने घूमते हैं। फिर उनकी सबसे बड़ी शिकायत है कि वे पैसे नहीं बचाते। आप इस उत्पाद पर प्रति महीने कितने पैसे खर्च करते हैं? 

बिना जरूरत के सामान खरीदना: लोग अक्सर ऐसी चीजें खरीद लेते हैं जो उनके लिए जरूरी नहीं हैं। फिर पछताते हैं। विशेष रूप से, लोग महंगी चीजें खरीद लेते हैं और फिर उन्हें नहीं उपयोग करते। ज्यादातर लोग ऑफर और जेब में क्रेडिट कार्ड होने के कारण ऐसे खर्च करते हैं। जिस पर लगाम लगाना सबसे महत्वपूर्ण है। आप इस खर्च को फिजूल खर्ची में रख सकते हैं। 

खरीददारी: जब आप बाजार जाते हैं, आप दो कपड़े खरीदते हैं और चार खरीदते हैं। जब भी शॉपिंग करने जाएं, लिस्ट बनाकर घर से निकलें। ऑफरों पर भरोसा मत करो। इसके अतिरिक्त, सबसे महंगी और सबसे सस्ती चीजों को खरीदने की आदत को बदल दें। ब्रांड के चक्कर में लोग बहुत पैसे खर्च करते हैं। वह इसे अपने स्टेटस से जोड़कर देखते हैं, लेकिन यह बिल्कुल बेकार है। 

शराब और धूम्रपान: स्वास्थ्य के साथ-साथ जेब भी इन आदतों से प्रभावित होती है। लेकिन जनता इसे नहीं मानती। कुछ लोगों की पार्टियां बिना शराब-सिगरेट की पूरी नहीं होती, जो अक्सर खर्चीला होता है। यह सामान हर महीने हजारों रुपये खर्च करता है। 

इसके अलावा, लोग जरूरत से अधिक पैसे मूवी, सैलून और स्पॉट पर खर्च करते हैं। उन्हें केवल जमा करना होगा जब वे सैलून जाते हैं। लेकिन वे वहां आकर फेशियल और ब्लीचिंग करवाते। साथ ही आप अक्सर बहुत महंगे सैलून में जाते हैं। ये खर्च आसानी से कम हो सकते हैं। इसलिए आप खुद एक सूची बनाएं कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।

फिजूलखर्ची पर रोक लगाकर करोड़पति बनें?

आप बड़ा धन जुटा सकते हैं यदि आप हर महीने केवल फिजूल खर्च को रोकेंगे और उस धन को किसी भी क्षेत्र में निवेश करेंगे। हर महीने फिजूल खर्च से बचे पैसे को म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में SIP करना सबसे अच्छा है। यकीन मानिए, सालभर में ही आपको पता चल जाएगा कि आपने अपनी कमाई का कितना बड़ा हिस्सा बेकार खर्च किया है। यही नहीं, लगातार पांच वर्ष तक SIP करने के बाद आपके पोर्टफोलियो में बहुत पैसा आ जाएगा। साथ ही, निवेश के प्रति आपका लगाव धीरे-धीरे बढ़ता जाएगा। इससे आप फिजूल खर्चों को रोकने के साथ-साथ अन्य उपायों से भी बचत करना शुरू कर देंगे। 


एक लाख रुपये की आमदनी वाला व्यक्ति अगर हर महीने २०००० रुपये SIP करता है और १५ साल के बाद हर साल १२% रिटर्न मिलता है, तो वह एक करोड़ रुपये का मालिक हो जाएगा। यदि 15% सालाना रिटर्न मिलता है, तो कुल राशि डेढ़ करोड़ रुपये हो जाएगी। 

click here to join our whatsapp group