Home Loan EMI Bounce : लोन चुकाने से पहले प्रॉपर्टी बेचने का प्लान? जानिए कानूनी नियम!

लेकिन कभी-कभी ऐसी स्थिति भी आ जाती है कि लोन लेने वाला व्यक्ति समय पर किस्तों का भुगतान नहीं कर पाता, जिसके कारण उसे अपनी संपत्ति बेचना पड़ जाता है। आइए विस्तार से समझते हैं कि ऐसी परिस्थिति में किन नियमों और प्रक्रियाओं का पालन करना होता है।
प्रॉपर्टी बेचने से पहले लोन की पूरी चुकौती अनिवार्य Home Loan EMI Bounce
जब भी कोई व्यक्ति होम लोन लेकर संपत्ति खरीदता है, तो उसकी प्रॉपर्टी के सभी ओरिजनल दस्तावेज बैंक के पास सुरक्षित रहते हैं। इसलिए, यदि आप अपनी संपत्ति बेचना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको उस प्रॉपर्टी पर लिए गए लोन को पूरी तरह से चुकाना होगा। ऐसा करने से आपके पास वो सभी मूल कागजात वापस आ जाते हैं, जिनके बिना संपत्ति का कानूनी लेन-देन नहीं हो सकता।
'लोन आउटस्टैंडिंग' लेटर का महत्व Home Loan EMI Bounce
यदि आपने लोन लेकर प्रॉपर्टी खरीदी है और अब बेचने का मन बना लिया है, तो सबसे पहले आपको बैंक से 'लोन आउटस्टैंडिंग' लेटर प्राप्त करना होगा। यह लेटर यह दर्शाता है कि आपकी प्रॉपर्टी पर अभी कितना लोन बाकी है। चूंकि बैंक ही आपके घर के ओरिजनल दस्तावेजों का संरक्षक होता है, इसलिए यह सुनिश्चित करना जरूरी होता है कि कोई भी बकाया राशि न रह जाए।
खरीदार का योगदान और लोन बंद करने की प्रक्रिया Home Loan EMI Bounce
जब आपकी संपत्ति को कोई खरीदेगा, तो वह न केवल संपत्ति की कीमत का भुगतान करेगा, बल्कि बकाया लोन की राशि भी चुका देगा। इसके पश्चात, आप लोन बंद करने का आवेदन दे सकते हैं। बैंक इस आवेदन पर 'नो ड्यूज सर्टिफिकेट' जारी करता है, जो यह प्रमाणित करता है कि आपका लोन पूरी तरह से साफ हो चुका है। इस सर्टिफिकेट के साथ, बैंक आपके ओरिजनल दस्तावेज भी वापस कर देता है, जिससे संपत्ति का स्वामित्व कानूनी रूप से नए खरीदार को स्थानांतरित किया जा सकता है।
प्रॉपर्टी ट्रांसफर की प्रक्रिया Home Loan EMI Bounce
जब आपको 'नो ड्यूज सर्टिफिकेट' और ओरिजनल दस्तावेज मिल जाते हैं, तब आप अपनी संपत्ति को खरीदार के नाम पर ट्रांसफर कर सकते हैं। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि संपत्ति का वैध मालिकाना हक नए स्वामी के पास सुरक्षित रूप से चला जाए और भविष्य में किसी भी कानूनी झंझट से बचा जा सके।