Hisar Archives Department: 1803 से लेकर आज तक का इतिहासिक रिकॉर्ड मौजूद है हिसार के इस विभाग में, जानें

Hisar Archives Department: आप सभी को बता दें कि हिसार में स्थित क्षेत्रीय अभिलेखागार विभाग इतिहास के अनमोल खजाने को सहेजने का कार्य कर रहा है. इसके साथ ही आपको बता दें कि सहायक निदेशक अनिल कुमार ने कहा कि इस अभिलेखागार में 1803 से लेकर आज तक के महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मौजूद हैं.
इसके साथ ही इसमे उपायुक्त कार्यालय की पुरानी फाइलें, सेंट्रल जेल के रिकॉर्ड्स (1899 से), हिंदी आंदोलन, आपातकाल और ऐतिहासिक गजट अधिसूचनाएं शामिल हैं.
हिसार अभिलेखागार विभाग: Hisar Archives Department News
हिसार अभिलेखागार विभाग में स्वतंत्रता सेनानियों और ऐतिहासिक हस्तियों जैसे बलवंत राय तायल, दादा गणेशी लाल, लाल हरदेव सहाय और लाल हुकुमचंद के हस्तलिखित पत्र और उनकी डायरियां भी संरक्षित हैं.
इसके साथ ही आपको यह भी बता दें कि यह विभाग न केवल इतिहास को सुरक्षित रखता है, बल्कि इसे शोधार्थियों और आम जनता तक पहुंचाने का माध्यम भी बन रहा है.
ज्ञान का भंडार: Hisar Archives Department Hisar Loaction
आपको बता दें कि हिसार के इस अभिलेखागार की लाइब्रेरी में लगभग 5500 पुस्तकें मौजूद हैं, और यह इतिहास प्रेमियों और शोधकर्ताओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं. इसके साथ ही शोधार्थी यहाँ संग्रहित अभिलेखों का अध्ययन करने के लिए विभाग से पूर्व अनुमति ले सकते हैं.
आपको बता दें कि अनिल कुमार के अनुसार, मांगे गए दस्तावेजों की माइक्रोफिल्म या फोटोकॉपी उपलब्ध कराने की सुविधा भी दी जाती है. इसके लिए शोधकर्ताओं को एक निर्धारित फॉर्म भरना होता है और सेवाओं के लिए अधिकतम 15 दिन का समय निर्धारित किया गया है. इसके साथ ही यह सुविधा इतिहास के गहन अध्ययन को बढ़ावा देने में मददगार साबित हो रही है.
इतिहास को नई पीढ़ी तक पहुँचाने की पहल: 1986 में स्थापित हिसार क्षेत्रीय अभिलेखागार कार्यालय लघु सचिवालय के द्वितीय तल पर स्थित है. यह हिसार, जींद, सिरसा और फतेहाबाद जिलों के ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स को संभालता है. विभाग का कार्य केवल अभिलेखों को संग्रहित करना ही नहीं, बल्कि सरकारी विभागों को यह सलाह देना भी है कि कौन से रिकॉर्ड्स संरक्षित करने योग्य हैं और कौन से नष्ट किए जा सकते हैं. यहाँ ऐतिहासिक, प्रशासनिक, धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व के सरकारी व निजी दस्तावेजों का सर्वेक्षण और संरक्षण किया जाता है.
ऐतिहासिक प्रदर्शनियों का आयोजन: हिसार अभिलेखागार विभाग समय-समय पर ऐतिहासिक प्रदर्शनियों के माध्यम से जनता को इतिहास से जोड़ने का प्रयास करता है. सहायक निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ और स्वर्ण जयंती जैसे अवसरों पर दुर्लभ दस्तावेजों और छाया चित्रों की प्रदर्शनी आयोजित की गई थी.
आगामी मार्च 2025 में भी एक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन प्रस्तावित है, जिसमें लोग दुर्लभ ऐतिहासिक साक्ष्यों को देख सकेंगे. यह पहल नई पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत से परिचित कराने में अहम भूमिका निभाएगी.
भविष्य के लिए विरासत का संरक्षण: हिसार क्षेत्रीय अभिलेखागार न केवल अतीत को सहेजने का केंद्र है, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों को उनकी जड़ों से जोड़ने का सेतु भी है. यह विभाग शोधार्थियों, इतिहासकारों और आम लोगों के लिए ज्ञान का एक अनमोल स्रोत बना हुआ है. मार्च में होने वाली प्रदर्शनी इस दिशा में एक और सकारात्मक कदम होगी, जो इतिहास के प्रति जागरूकता को और बढ़ाएगी.
ऐतिहासिक दस्तावेज और रिकॉर्ड्स संरक्षित: हिसार का क्षेत्रीय अभिलेखागार विभाग 1803 से लेकर वर्तमान तक के दुर्लभ ऐतिहासिक दस्तावेजों और रिकॉर्ड्स को संरक्षित कर रहा है. इसमें स्वतंत्रता सेनानियों के हस्तलिखित पत्र, जेल रिकॉर्ड्स, हिंदी आंदोलन और आपातकाल से जुड़े दस्तावेज शामिल हैं. विभाग की लाइब्रेरी में 5500 से अधिक पुस्तकें हैं, जो शोधार्थियों के लिए उपलब्ध हैं. मार्च 2025 में एक ऐतिहासिक प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी.`