Delhi: 80 गांवों की जमीन पर बनेगा आधुनिक शहर, Delhi के पास होगा नया डेवलपमेंट हब!

क्यों चाहिए न्यू नोएडा? (Delhi)
पहले नोएडा में बड़े पैमाने पर कृषि लायक जमीन थी, जिसे अब आवासीय और औद्योगिक विकास में बदल दिया गया है। समय के साथ नोएडा में जमीन की कमी महसूस होने लगी है। वहीं, ग्रेटर नोएडा, जो 1990 के दशक की शुरुआत में स्थापित हुआ था, लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित एक शांत शहर है। बढ़ती जनसंख्या और उद्योगों के बोझ के चलते, नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा के अलावा एक नया शहर बसाना आवश्यक हो गया है। 'न्यू नोएडा' का निर्माण इन समस्याओं के समाधान के लिए किया जाएगा, जिससे दोनों शहरों पर पड़ने वाला दबाव कम होगा और विकास को नई दिशा मिलेगी। (Delhi)
विकास की रूपरेखा और मास्टर प्लान 2041
नोएडा अथॉरिटी ने इस नए शहर के लिए मास्टर प्लान 2041 को हरी झंडी दे दी है। इस योजना के तहत लगभग 21,000 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, न्यू नोएडा में बुलंदशहर के करीब 60 गांव और गौतमबुद्ध नगर के 20 गांवों की जमीन साथ ही गाजियाबाद के 6 अन्य गांवों को जोड़ा जाएगा। इस विशाल भूमि को उद्योग, आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं के लिए निर्धारित किया जाएगा। (Delhi)
स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर द्वारा तैयार किए गए मास्टर प्लान में यह बताया गया है कि न्यू नोएडा में आवासीय, व्यावसायिक भूखंडों के अलावा विशेष औद्योगिक क्षेत्र (SEZ) भी स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा, शहर में लॉजिस्टिक हब, इंटीग्रेटेड टाउनशिप, स्किल डेवलपमेंट सेंटर, नॉलेज सेंटर और विश्वविद्यालय के लिए भी पर्याप्त जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। नोएडा अथॉरिटी बोर्ड ने 13 अगस्त को अपनी 210वीं बैठक में इस मास्टर प्लान को मंजूरी दे दी है, जिसमें अतिरिक्त मुख्य सचिव, राज्य के बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास आयुक्त तथा प्राधिकरण के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने भी अध्यक्षता की। (Delhi)
बजट और भूमि अधिग्रहण(Delhi)
नोएडा अथॉरिटी ने न्यू नोएडा के लिए इस साल 1,000 करोड़ रुपये का बजट भी निर्धारित किया है। इस बजट के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण और आंतरिक विकास का काम शुरू किया जाएगा। अधिकारियों का मानना है कि नोएडा में अब आगे के विकास के लिए लगभग कोई खाली जमीन नहीं बची है। बढ़ती आबादी और उद्योगों, वाणिज्यिक परियोजनाओं के चलते जमीन की मांग तेजी से बढ़ रही है। इसलिए, DNGIR (दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र) में न्यू नोएडा विकसित करने का प्रस्ताव रखा गया है।
भूमि के उपयोग के क्षेत्र (Delhi)
न्यू नोएडा मास्टर प्लान के अनुसार, कुल चिह्नित जमीन में से लगभग 40 प्रतिशत जमीन पर औद्योगिक विकास होगा। लगभग 13 प्रतिशत जमीन का उपयोग आवासीय उद्देश्यों के लिए किया जाएगा, जबकि 18 प्रतिशत जमीन को हरित बेल्ट और मनोरंजक उद्देश्यों के लिए रिजर्व रखा जाएगा। इस तरह से, न्यू नोएडा में एक संतुलित विकास की योजना बनाई गई है, जिससे आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय सभी जरूरतों को पूरा किया जा सके। (Delhi)
न्यू नोएडा का निर्माण नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बढ़ते दबाव को कम करने और क्षेत्र के समग्र विकास को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इस नए शहर के निर्माण से ना केवल औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलेगी, बल्कि रहने वाले लोगों के लिए बेहतर आवासीय सुविधाएँ और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार होगा। नोएडा अथॉरिटी द्वारा मंजूर मास्टर प्लान 2041 और 1,000 करोड़ रुपये के बजट के साथ, न्यू नोएडा आने वाले वर्षों में क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा और क्षेत्र की विकास यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ने जा रहा है। (Delhi)