हरियाणा के गांवों में रिंग रोड से होगा विकास, 1500 करोड़ से होगा क्षेत्र का कायाकल्प!

रिंग रोड का महत्व और इसकी खासियत
यह 40 किमी लंबा रिंग रोड अंबाला छावनी से जुड़ेगा और इसे एक फोरलेन सड़क के रूप में विकसित किया जाएगा। इस हाईवे को बनाते वक्त कृषि भूमि का 657 एकड़ हिस्सा अधिग्रहित किया गया है, जिसमें पंजाब के तीन गांव भी शामिल हैं। इन किसानों को मुआवज़ा के रूप में 600 करोड़ रुपये की राशि दी जाएगी।
इस रिंग रोड से अंबाला के कई गांवों और नेशनल हाईवे को जोड़ने का काम होगा, जिससे आसपास के क्षेत्रों में सड़क कनेक्टिविटी में सुधार होगा। इस परियोजना से अंबाला शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगेगी, जिससे शहर में होने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या कम हो जाएगी।
रिंग रोड के लिए ज़मीन अधिग्रहण और मुआवजा
इस परियोजना के लिए किसानों से ज़मीन का अधिग्रहण किया गया है। 600 एकड़ जमीन का अधिग्रहण हो चुका है, और इसके लिए किसानों को मुआवजा दिया गया है। अब तक 253 किसानों को 107.33 करोड़ रुपये का मुआवज़ा दिया जा चुका है। इस पूरी परियोजना के लिए कुल मिलाकर 600 करोड़ रुपये का मुआवज़ा किसानों को दिया जाएगा।
रिंग रोड की सुविधाएं
इस रिंग रोड को पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। 2 रेलवे ओवरब्रिज, 3 फ्लाईओवर, 2 छोटे पुल और टांगरी नदी पर 2 बड़े पुल बनाए जाएंगे। इस रिंग रोड को 5 नेशनल हाईवे से जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रा में सुगमता आएगी और यातायात का दबाव कम होगा।
रिंग रोड का मार्ग
यह रिंग रोड अंबाला के कई गांवों को जोड़ते हुए गुजरेगा, जिनमें लोहगढ़, बलाना, याकुबपुर, भानोखेड़ी, रतनहेड़ी, बुहावा और मोहड़ा शामिल हैं। इसके अलावा, यह रिंग रोड पंजाब के तीन गांवों झरमड़ी, संगोथा और जड़ौत से भी होकर गुजरेगा। इस रिंग रोड के निर्माण से इन गांवों में रहने वाले लोगों को बेहतर सड़क कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे उनके व्यापार और अन्य गतिविधियों में वृद्धि होगी।
रिंग रोड का शहर से जुड़ाव और यातायात में सुधार
इस रिंग रोड का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह अंबाला शहर को बाईपास करेगा। यानी, दूसरे शहरों से आने वाले भारी वाहन अब अंबाला शहर में प्रवेश किए बिना अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। इससे शहर के भीतर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और यात्रा सुगम होगी।
अंबाला-कालाअंब हाईवे से जोड़ने की योजना
यह रिंग रोड अंबाला-कालाअंब हाईवे से भी जुड़ा होगा, जिससे दोनों हाईवे के बीच कनेक्टिविटी मजबूत होगी। इस हाईवे पर 15 व्हीकुलर अंडरपास और कई छोटे पुल बनाए जाएंगे, जिससे भारी वाहनों को आराम से गुज़रने का मौका मिलेगा।
अंबाला शहर में ट्रैफिक का दबाव कम होगा
इस रिंग रोड की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह अंबाला शहर के चारों ओर एक बाईपास की तरह काम करेगा। इससे शहर के अंदर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और लोग बिना रुकावट के यात्रा कर सकेंगे। इस परियोजना से न केवल अंबाला शहर बल्कि उसके आसपास के क्षेत्रों में भी यातायात की स्थिति में सुधार आएगा।
निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद
किसानों से ज़मीन अधिग्रहण का काम अब लगभग पूरा हो चुका है और निर्माण कार्य बहुत जल्द शुरू होने की उम्मीद है। इस रिंग रोड के निर्माण से अंबाला और इसके आसपास के गांवों में नौकरी और व्यवसाय के नए अवसर खुलेंगे। इसके अलावा, यह परियोजना अंबाला को अन्य राज्यों से जोड़ने में मदद करेगी, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
अंबाला में बनने वाला 40 किमी लंबा रिंग रोड हरियाणा में सड़क निर्माण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस परियोजना से किसानों को मुआवज़ा, सड़क कनेक्टिविटी, और यातायात सुधार के अलावा, राज्य के विकास को एक नई दिशा मिलेगी।