Haryana : हरियाणा को जल्द मिलेगा अपना राज्य गीत, बोल और संगीत में झलकेगी संस्कृति!

दसवीं बैठक में शामिल रहे विधायक
समिति की आयोजित दसवीं बैठक में विधानसभा अध्यक्ष हरविंदर कल्याण भी उपस्थित थे। इस बैठक के दौरान, अध्यक्ष ने समिति के सदस्यों और अधिकारियों के साथ मिलकर नए राज्य गीत को सुना और इसकी काफी तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह गीत न केवल संगीत और बोल में अद्वितीय है, बल्कि यह प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत से भी रूबरू कराता है। उनके अनुसार, इस गीत में हरियाणा के इतिहास, उसकी परंपराएँ और लोगों के दिल के करीब वाली भावनाओं का समावेश है, जिससे प्रदेशवासियों में गर्व की भावना जागृत होगी।
गीत के बोल और संगीत का प्रभाव
समिति ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि राज्य गीत के बोल और संगीत में एक गहराई हो, जो सुनने वालों को मंत्रमुग्ध कर दे। गीत के बोलों में प्रदेश के गौरवशाली इतिहास, सांस्कृतिक विरासत, और भौगोलिक संरचना की झलक देखने को मिलती है। संगीत के प्रभावशाली स्वर ने भी सभी को प्रभावित किया है। इस गीत के माध्यम से प्रदेश की उत्सवधर्मी संस्कृति, लोगों की सादगी, और पारंपरिक मूल्यों को उजागर करने का प्रयास किया गया है। गीत में आपसी भाईचारे, शिक्षा, व्यापार तथा किसानों, वीर सैनिकों और खिलाड़ियों के योगदान का भी विशेष उल्लेख है, जिससे हर वर्ग के लोगों को इसका अपनापन महसूस होगा।
समिति की मेहनत और तैयार होने वाली रिपोर्ट
विधानसभा अध्यक्ष ने जानकारी दी कि समिति के सदस्यों, अधिकारियों और कलाकारों ने इस गीत के चयन में कड़ी मेहनत की है। उन्होंने बताया कि इस गीत की भाषा, भाव और सौंदर्य अनुपम हैं। जल्द ही समिति इस विषय में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी, जिसे आगामी बजट सत्र में आधिकारिक रूप से घोषित करने की संभावना जताई जा रही है। यह रिपोर्ट प्रदेशवासियों को यह समझने में मदद करेगी कि किस प्रकार इस गीत के चयन में सभी संबंधित पक्षों ने योगदान दिया है और इसे तैयार करने में कितनी मेहनत लगी है।
गीत में प्रदेश की पहचान और विशेषताएँ
राज्य गीत में हरियाणा की विशिष्ट पहचान को उजागर करने की पूरी कोशिश की गई है। इसमें प्रदेश की उत्सवधर्मी संस्कृति, लोगों की सादगी और पारंपरिक जीवनशैली को काव्यबद्ध किया गया है। गीत में निम्नलिखित महत्वपूर्ण बिंदुओं को शामिल किया गया है:
- गौरवशाली इतिहास: गीत में प्रदेश के ऐतिहासिक घटनाक्रम और महान विरासत का वर्णन है।
- सांस्कृतिक धरोहर: इसमें प्रदेश की परंपराओं, त्योहारों और सांस्कृतिक आयोजनों को प्रमुखता दी गई है।
- प्राकृतिक सौंदर्य: हरियाणा की भौगोलिक संरचना और प्राकृतिक सुंदरता की झलक भी इस गीत में देखने को मिलती है।
- सामाजिक एकता: गीत में आपसी भाईचारे, शिक्षा, व्यापार और सामाजिक समरसता को भी दर्शाया गया है, जिससे प्रदेशवासियों में एकता और आत्मीयता का संदेश मिलता है।
- विशेष योगदान: किसानों, वीर सैनिकों और खिलाड़ियों के योगदान का विशेष उल्लेख करते हुए, इस गीत ने हर वर्ग के लोगों के दिल से जुड़ने का प्रयास किया है।
आगामी बजट सत्र में घोषणा की संभावना
समिति की रिपोर्ट तैयार होने के बाद, इसे जल्द ही प्रस्तुत कर दिया जाएगा। यदि रिपोर्ट में दिए गए सुझावों और अनुशंसाओं को मंजूरी मिल जाती है, तो इसे आगामी बजट सत्र में आधिकारिक तौर पर घोषित किया जा सकता है। इस घोषणा के साथ राज्य गीत को प्रदेश की आधिकारिक पहचान में शामिल कर, नागरिकों के बीच गर्व और आत्म-सम्मान की भावना को बढ़ावा दिया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष की टिप्पणी से यह स्पष्ट होता है कि इस गीत के चयन में सभी संबंधित पक्षों ने अपनी भूमिका निभाई है और यह कार्य सफलता की ओर अग्रसर है।
हरियाणा के राज्य गीत का चयन एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक पहल है, जो प्रदेश की विरासत, परंपराओं और लोगों की सादगी को दर्शाता है। समिति द्वारा किए गए गहन विचार-विमर्श और मेहनत का परिणाम एक ऐसा गीत है जो हरियाणा की पहचान को निखारेगा। इस गीत के बोल, संगीत और भावनात्मक गहराई से प्रदेशवासियों में गर्व की भावना जागृत होगी। आगामी रिपोर्ट और बजट सत्र में इसकी आधिकारिक घोषणा से यह पहल और भी सराहनीय बन जाएगी। इस प्रकार, राज्य गीत के चयन के माध्यम से हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने और नई पीढ़ी को प्रेरित करने का प्रयास किया गया है, जो प्रदेश के उज्जवल भविष्य का संकेत है।