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Haryana Sarkar: जिन लोगों के पास दो मंजिल मकान, जमीन और कुत्ता है वो लोग हो जाए सावधान, सरकार ने किया अलर्ट

Haryana Sarkar: हरियाणा से एक महत्वपूर्ण सूचना है। हरियाणा सरकार अब उन लोगों पर शिकंजा कसने की योजना बना रही है, जिनकी आय कम परिवार पहचान पत्र (PPP) में दर्ज की गई है।
 
Nayab Singh saini
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Haryana Sarkar: हरियाणा से एक महत्वपूर्ण सूचना है। हरियाणा सरकार अब उन लोगों पर शिकंजा कसने की योजना बना रही है, जिनकी आय कम परिवार पहचान पत्र (PPP) में दर्ज की गई है। लेकिन BPL योजनाओं से भी लाभ उठाते हैं। मिली जानकारी के अनुसार, BPL और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने वाले कुछ लोगों के पास दो से तीन मंजिला मकान और जमीन है।


सरकार ने वेरिफिकेशन शुरू किया

जानकारी के अनुसार, सरकार अब PPP की जांच करने लगी है। प्राथमिक जांच सर्वे के अनुसार, एक व्यक्ति के घर में दो मंजिला मकान है और उसके पास एक महंगा पालतू कुत्ता है। 
इस रिपोर्ट को ADC कार्यालय को भेजा गया है।

 

इसलिए, इन केसों की रिपोर्ट जिला फूड सप्लाई कंट्रोलर (DFSC) और जिला समाज कल्याण (DSW) को भेजी गई हैं, ताकि सही जांच की जा सके। कहीं दूसरी योजना का फायदा तो नहीं उठाते।

 

BPL सूची में सूचीबद्ध

मिली जानकारी के अनुसार, लगभग छह ऐसे केस हैं, जिनकी रिपोर्ट आश्चर्यजनक है। BPL सूची में आलीशान जीवनयापन करने वाले भी हैं। इन केसों की जांच दोनों विभागों द्वारा की जाएगी। इसके बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। 


वर्तमान में जिला प्रशासन और सरकार भी बहुत व्यस्त हैं। सरकार अब PPP की जांच करने लगी है। हर दिन, एरिया वाइज रैंडमली में पांच से सात PPP की सूची बनाकर उनकी योग्यता को BPL के लिए जांच करता है।

सही सूचना

 मिली जानकारी के अनुसार, जब टीम BPL धारकों के घर जाती है, तो लोग सही जानकारी नहीं देते। Haryana News के अनुसार, लोगों को डर है कि BPL न टूट जाए। टीम के घर आने पर दस्तावेजों की जांच नहीं करते और पूरी जानकारी नहीं देते। इसलिए वेरिफिकेशन करना भी मुश्किल है। प्रशासनिक वेरिफिकेशन धीमी गति से होता है। BPL कार्डधारकों की संख्या जिले में 3,54,736 है। 

जांच जल्द ही पूरी होगी।
 हर गांव या शहर में राशन की दुकान है, जहां लोग राशन लेने आते हैं। डिपो संचालकों को अपनी आर्थिक स्थिति का पूरा पता है।  मिली जानकारी के अनुसार, अगर डिपो संचालकों से सही और सटीक सूचना मिलती है, तो जांच को जल्दी पूरा किया जा सकता है। लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल रही है। आलम है कि असल जरूरतमंद किसी न किसी कारण से BPL से वंचित है। गलत आय को PPP में दर्ज करने से कोई लाभ नहीं मिल रहा है।

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