हरियाणा में रसोई गैस सिलेंडर पर सब्सिडी, जानें किन परिवारों को मिलेगा इसका लाभ

पर्यावरण प्रदूषण कम करना मुख्य उद्देश्य
लोहारू के एसडीएम मनोज दलाल ने इस योजना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को लकड़ी और कोयले के धुएं से मुक्ति दिलाना है। कई ग्रामीण परिवारों में आज भी लकड़ी और कोयले का इस्तेमाल रसोई में किया जाता है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं और पर्यावरण प्रदूषण भी बढ़ता है। इस योजना के तहत महिलाओं को रसोई गैस सिलेंडर के इस्तेमाल के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जिससे स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों की सुरक्षा हो सके।
डीबीटी के जरिए सब्सिडी का वितरण
इस योजना के अंतर्गत रसोई गैस सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी सीधे परिवार के मुखिया के बैंक अकाउंट में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से भेजी जाएगी। इस व्यवस्था से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सब्सिडी का लाभ सही व्यक्ति तक पहुंचे और बिचौलियों का प्रभाव न हो।
खाद्य आपूर्ति विभाग को इस योजना के क्रियान्वयन के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं, ताकि इस योजना का सही तरीके से संचालन हो सके। हर गांव में डिपो होल्डर और गैस एजेंसियों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही, लाभार्थियों के आवेदन सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) सेंटर के माध्यम से लिए जा रहे हैं।
पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
इस योजना का लाभ उन परिवारों को मिलेगा जिनकी सालाना आमदनी 1 लाख 80 हजार रुपये से कम है। इसके अलावा, इस योजना का लाभ उठाने के लिए परिवार पहचान पत्र (PPP) अनिवार्य है। बीपीएल (Below Poverty Line) राशन कार्ड, गुलाबी राशन कार्ड और एएवाई (Antyodaya Anna Yojana) कार्ड धारक अंत्योदय परिवारों को इस योजना के तहत सब्सिडी का लाभ मिलेगा।
पात्र परिवार ऑनलाइन आवेदन करने के लिए epds.haryanafood.gov.in पर जा सकते हैं। इस वेबसाइट पर आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें।
योजना के लाभ
- स्वास्थ्य सुरक्षा: महिलाओं को लकड़ी और कोयले के धुएं से राहत मिलेगी, जिससे उनके स्वास्थ्य में सुधार होगा और उनके घरों में साफ-सुथरी रसोई का इस्तेमाल होगा।
- पर्यावरण सुरक्षा: रसोई गैस के इस्तेमाल से पर्यावरण में सुधार होगा क्योंकि लकड़ी और कोयले के जलने से होने वाला प्रदूषण कम होगा।
- आर्थिक राहत: सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी से गरीब परिवारों का वित्तीय बोझ कम होगा और वे सुरक्षित रसोई गैस सिलेंडर का इस्तेमाल कर सकेंगे।
'हर घर-हर गृहिणी' योजना हरियाणा के गरीब और अंत्योदय परिवारों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो रही है। यह योजना न केवल महिलाओं को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान कर रही है, बल्कि पर्यावरण को भी बचाने में मदद कर रही है। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि सब्सिडी सीधे लाभार्थियों के बैंक अकाउंट में पहुंचाई जाए, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि कोई भी व्यक्ति इस योजना से वंचित न रहे।