Gold Price Latest News : सोना महंगा होगा या सस्ता, जानिए पूरी डीटेल
Gold Price Latest News : सोने की कीमतें मई 2025 में ₹93,950 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह वर्ष के अंत तक ₹75,000 से ₹80,000 प्रति 10 ग्राम तक बढ़ सकती हैं फटाफट जानिए पूरी डीटेल

Gold Rates में काफी गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार को 24 Karat Gold Rate 93 हजार 393 हो गया। इससे Gold Silver और सोने-प्लैटिनम रेश्यो के संकेत मिल रहे हैं, जिससे Gold Rate आगे और भी घट सकते हैं। शुक्रवार को इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के अनुसार सोने की कीमत 968 रुपये कम होकर 93 हजार 393 रुपये हो गई। सोने ने 22 अप्रैल को 1 Lakh रुपये तक की छलांग लगाई थी। इसके बाद इसमें कुछ गिरावट दर्ज की गई है। यदि इस सप्ताह की बात करें तो सोने की कीमत 2200 रुपये कम हो गई हैं।
अगस्त 2024 से लेकर
अप्रैल 2025 तक Gold Rates में जबरदस्त तेजी आई है। इस दौरान Gold 1000 Dollar प्रति औंस से बढ़कर 3500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया। इन 9 महीनों में ही सोने के भाव 50 % तक बढ़ गए। इस समय सोने की कीमत 3250 डॉलर प्रति औंस के आसपास है। यह ऑल टाइम हाई से 7 % तक कम हैं। विशेषज्ञों की मानें तो भविष्य में Gold Rates में कुछ कमी आ सकती है। यह गिरावट जारी रहती है या फिर एक अस्थाई है, इसको लेकर अलग-अलग राय हैं।
मार्केट विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल सोने पर दबाव बन रहा है, यदि वैश्विक व्यापार तनाव फिर से बढ़ता है या फिर अमेरिकी अर्थव्यवस्था कमजोर होती है तो Gold फिर से लंबी छलांग लगाएगा।
Gold-Silver का रेश्यो
यदि हम Gold-Silver का रेश्यों के बारे में पता करें तो एक औंस Gold खरीदने के लिए कितनी Silver देनी होगी, वर्तमान में यह रेश्यो 100:1 का है। Gold इस समय 3250 डॉलर प्रति औंस के आसपास है तो Silver 32.5 डॉलर के आसपास ट्रेड कर रही है। यदि हम पिछले 30 सालों के अनुपात की बात करें तो यह अनुपात लगभग 70:1 रहा है। इसका सीधा सा मतलब है कि या तो Silver की कीमतों में तेजी आएगी, या फिर सोने की कीमतें कम होंगी। फिलहाल Silver की कीमतों में तेजी दिखाई नहीं दे रहे हैं, इससे संकेत मिल रहे हैं कि Gold Rate कम हो सकते हैं।
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गोल्ड-प्लैटिनम रेश्यो
सोने के रेटों में गिरावट के संकेत गोल्ड-प्लैटिनम रेश्यो से भी दिखाई दे रहे हैं। पिछले दो दशकों की बात करें तो गोल्ड-प्लैटिनम रेश्यो का अनुपात 1 से 2 के बीच रहा है। अब यह 3.5 तक पहुंच गया है। इससे भी साफ पता चलता है कि सोने की कीमतें जरूरत से ज्यादा बढ़ चुकी हैं। इसमें कुछ कमी आना लाजिमी है।
अब बदल चुका है माहौल
वैसे इस समय माहौल पहले के सालों की अपेक्षा बदल चुका है। 2024-25 में वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव और केंद्रीय बैंकों द्वारा बड़े पैमाने पर सोने की खरीद की गई है, जिससे सोने के भाव में तेजी आई है। फरवरी महीने में अमेरिका राष्ट्रपति द्वारा टैरिफ लगाने की घोषणा ने सोने के भाव को तेजी से बढ़ा दिया। अब कुछ हालात बदले हैं, ट्रंप प्रशासन पहले से ज्यादा सुलझे हुए और व्यापारिक बातचीत करने की कोशिश में हैं। वहीं चीन भी अमेरिका के साथ इस टैरिफ मुद्दे पर बातचीत को तैयार है। ऐसे में अब निवेशक सोने में अपना प्रोफिट बुक करके इक्विटी और औद्योगिक कमोडिटीज की तरफ रुख कर रहे हैं। वहीं अमेरिकी डॉलर में आई मजबूती से भी सोने की मांग पर असर पड़ रहा है। इससे भी Gold Rates में कुछ कमी आ रही है।