EPFO Update: मोदी सरकार का बड़ा फैसला, पेंशन नियमों में बदलाव से लाखों कर्मचारियों को मिलेगा लाभ!

EPFO 3.0 का प्रस्ताव: बढ़ेगी कर्मचारी योगदान की सीमा
सरकार ने यह सुनिश्चित करने की योजना बनाई है कि कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) में योगदान करने की सीमा को बढ़ाया जाए। वर्तमान में कर्मचारी अपने मूल वेतन का 12% EPF में जमा करते हैं, लेकिन EPFO 3.0 के तहत यह सीमा हटाई जा सकती है। इसका मतलब यह होगा कि कर्मचारी अपनी बचत क्षमता और इच्छा के अनुसार भविष्य निधि में जितना चाहें उतना पैसा जमा कर सकते हैं।
सरकार का उद्देश्य यह है कि कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद अधिक पेंशन प्राप्त हो, इसके लिए उन्हें अपने योगदान को बढ़ाने का विकल्प दिया जाएगा। हालांकि, नियोक्ता के योगदान में कोई बदलाव नहीं होगा, केवल कर्मचारियों के योगदान की सीमा को बढ़ाया जाएगा। इस बदलाव से कर्मचारियों को अपनी भविष्य की वित्तीय सुरक्षा को मजबूत करने का एक और मौका मिलेगा।
ATM से पीएफ निकालने की सुविधा
एक और बड़ी घोषणा जो EPFO 3.0 के तहत की जा सकती है, वह है पीएफ खाते से पैसे निकालने की सुविधा। सरकार EPFO के सदस्यों को डेबिट कार्ड की तरह एक ATM कार्ड देने की योजना बना रही है, जिससे वे अपने पीएफ खाते में जमा राशि को सीधे ATM से निकाल सकें। यह सुविधा कर्मचारियों को उनकी मेहनत की कमाई को आसानी से एक्सेस करने का मौका देगी।
इस नई सुविधा से कर्मचारियों को यह राहत मिलेगी कि वे अपनी भविष्य निधि को तुरंत जरूरत के वक्त निकाल सकेंगे। इस सुविधा की घोषणा 2025 के नए साल में हो सकती है, जबकि EPFO 3.0 स्कीम मई-जून 2025 तक लागू हो सकती है।
EPFO के IT सिस्टम में सुधार
इसके अलावा, सरकार EPFO के IT सिस्टम में सुधार करने की योजना भी बना रही है। इन सुधारों के तहत कर्मचारी आसानी से अपने सभी लेन-देन, जैसे योगदान, बैलेंस चेक और अन्य प्रक्रिया, को आसानी से पूरा कर सकेंगे। यह सुधार दो चरणों में लागू किए जाएंगे और इससे EPFO के सभी सदस्यों को एक बेहतर और सरल उपयोगकर्ता अनुभव मिलेगा।
EPFO 3.0 में किए जा रहे ये बदलाव कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत का काम करेंगे। ज्यादा योगदान की आज़ादी और ATM से पीएफ निकालने की सुविधा से कर्मचारियों को अपनी मेहनत की कमाई का अधिकतम लाभ मिल सकेगा। इसके साथ ही IT सिस्टम में सुधार से EPFO की सेवाओं को और भी अधिक सुविधाजनक और पारदर्शी बनाया जाएगा। यह कदम श्रमिकों के वित्तीय भविष्य को मजबूत बनाने में अहम साबित हो सकता है।