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DA Merge: सैलरी स्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव, अब बेसिक में जुड़ जाएगा DA – जानिए पूरी डिटेल

DA Merge: सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर है – अब बेसिक सैलरी में DA को मर्ज किया जाएगा। इससे न केवल सैलरी में बढ़ोतरी होगी बल्कि भत्तों की गणना में भी बदलाव आएगा। इस फैसले से कर्मचारियों को लंबे समय से चल रहा इंतजार खत्म हो गया है। नीचे जाने पूरी डिटेल।
 
DA Merge: सैलरी स्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव, अब बेसिक में जुड़ जाएगा DA – जानिए पूरी डिटेल
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DA Merger (Haryana Update) : अगर आप केंद्रीय कर्मचारी हैं या सरकार के नए वेतन आयोग की खबरों में दिलचस्पी रखते हैं तो यह खबर आपके लिए है। केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग को मंजूरी दे दी है। इस वेतन आयोग के आने से केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के वेतन और भत्तों में बड़ा बदलाव होगा। लेकिन सबसे बड़ा बदलाव महंगाई भत्ते (DA) को लेकर होगा।

DA होगा जीरो, लेकिन क्यों?
8वें वेतन आयोग के लागू होने का सबसे बड़ा असर महंगाई भत्ते पर पड़ेगा। खबरों के मुताबिक जनवरी 2026 से DA जीरो (0) हो जाएगा और इसे बेसिक सैलरी में मिला दिया जाएगा। इसका मतलब यह है कि कर्मचारियों को पहले से मिल रहा महंगाई भत्ता अब उनके बेसिक सैलरी में जुड़ जाएगा और DA की नई गणना जीरो से शुरू होगी। उदाहरण के लिए अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹34,200 है और DA 63% पर है तो उसे अभी ₹21,546 (DA) मिल रहा है। 8वें वेतन आयोग के लागू होते ही यह ₹21,546 उनकी बेसिक सैलरी में जुड़ जाएंगे। यानी उनकी बेसिक सैलरी ₹55,746 हो जाएगी और DA की नई गणना 0% से शुरू होगी।

2026 में मर्ज होगा DA-
विशेषज्ञों का मानना ​​है कि जनवरी 2026 तक DA 63% तक पहुंच सकता है। नियमों के मुताबिक, जब DA 50% या उससे ज्यादा हो जाता है तो उसे बेसिक सैलरी में मर्ज कर दिया जाता है। हालांकि, इससे पहले सरकार ने इसे 50% पर मर्ज नहीं किया था। अब चर्चा है कि 8वें वेतन आयोग के तहत DA को 63% पर मर्ज किया जाएगा, लेकिन देखना यह है कि सरकार पूरा 63% जोड़ती है या सिर्फ 50%।

DA मर्जर का फायदा-
महंगाई भत्ते को बेसिक सैलरी में मर्ज करने से कर्मचारियों की कुल सैलरी में बढ़ोतरी होगी। उदाहरण के लिए, यदि किसी कर्मचारी का मूल वेतन ₹18,000 है और DA 50% है, तो उसका DA ₹9,000 होगा। DA मर्ज होने के बाद उसका नया मूल वेतन ₹27,000 हो जाएगा। इससे HRA (हाउस रेंट अलाउंस), TA (ट्रैवल अलाउंस) आदि जैसे अन्य भत्ते भी नए मूल वेतन के आधार पर कैलकुलेट होंगे, जिससे कुल वेतन में और वृद्धि होगी।

DA की गणना कैसे होगी?
8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद, DA की गणना AICPI (ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स) के आधार पर की जाएगी। 2026 से DA की गणना 0% से शुरू होगी और हर छह महीने में बदलेगी।

उदाहरण के लिए:
जनवरी 2026: DA = 0%
जुलाई 2026: DA = 3-4% (AICPI के अनुसार)
जनवरी 2027: DA = 7-8%
यह प्रक्रिया हर छह महीने में दोहराई जाएगी और DA बदलता रहेगा।

पिछली बार ऐसा कब हुआ था?
यह पहली बार नहीं है कि महंगाई भत्ते को मूल वेतन में मिलाने की प्रक्रिया हो रही है।
2006: छठे वेतन आयोग के तहत, 187% DA को मूल वेतन में मिला दिया गया था।
2016: सातवें वेतन आयोग के तहत भी DA को मूल वेतन में जोड़ा गया था।
यह प्रक्रिया हर नए वेतन आयोग के साथ होती है, ताकि कर्मचारियों को बेहतर वेतन संरचना मिल सके।

DA विलय का क्या प्रभाव होगा?
DA को शून्य करने और इसे मूल वेतन में मिलाने से कुछ प्रभाव होंगे:

वेतन में वृद्धि: मूल वेतन में वृद्धि से कुल वेतन में वृद्धि होगी।

भत्तों की नई गणना: HRA और TA जैसे अन्य भत्ते नए मूल वेतन पर आधारित होंगे।

महंगाई भत्ते की नई शुरुआत: DA फिर से 0% से शुरू होगा और हर छह महीने में बढ़ेगा।

नया वेतन आयोग कब लागू होगा?
8वां वेतन आयोग 2026 में लागू होगा। इसकी सिफारिशें जनवरी 2026 से प्रभावी होंगी। इसके लिए सरकार जल्द ही एक चेयरमैन और पैनल का गठन करेगी, जो वेतन और भत्तों के नए मैट्रिक्स पर चर्चा करेगी।

DA मर्जर से क्या होगा फायदा?
DA को शून्य करना और इसे मूल वेतन में मर्ज करना एक बड़ी प्रक्रिया है, लेकिन इसका उद्देश्य कर्मचारियों को बेहतर वेतन संरचना देना है। इससे कर्मचारियों के वेतन में सुधार होगा और भत्तों की गणना भी अधिक सटीक होगी। तो दोस्तों, 8वें वेतन आयोग से जुड़े इस बड़े बदलाव के बारे में आपकी क्या राय है? हमें जरूर बताएं और अपडेट के लिए जुड़े रहें।