Couples का गलत दिशा में ये काम करना, बढ़ा सकता है परेशानी

इन्हीं में से एक है बेड; अगर आपका बेड सही दिशा में नहीं है, तो यह आपके लिए बहुत बुरा हो सकता है। बेड को सही तरीके से चलाना आपके जीवन को सकारात्मक बना सकता है। पति-पत्नी को एकजुट बनाए रखने के लिए बिस्तर सही दिशा में होना भी बहुत महत्वपूर्ण है। दाम्पत्य जीवन भी खतरनाक हो सकता है अगर बेड सही नहीं है। भोपाल के ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं।
सिर की सही दिशा: वास्तुशास्त्र के अनुसार, आपका सिर सोते समय सही दिशा में होना बहुत महत्वपूर्ण है। ठीक दिशा में सिर करके सोने से आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है। यही कारण है कि मास्टर को बेडरूम में सोते समय अपना सिर हमेशा दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। ध्यान दें कि आपका बेड दक्षिण या पश्चिम दीवार से विपरीत दिशा में होना चाहिए। ताकि जब भी आप लेटें, आपके पैर पूर्व या उत्तर की ओर हों।
इस जगह बेड न रखें वास्तुशास्त्र के अनुसार, बेड को दीवार से कभी भी नहीं सटाना चाहिए। बेड को कभी भी कोने में नहीं रखना चाहिए, खासकर छोटे कमरों में। ऐसा करने से कमरे में सकारात्मक ऊर्जा का संचार समाप्त हो जाता है। ताकि साफ करने और घूमने में आसान हो, बेड को हमेशा कमरे के बीचों बीच रखना चाहिए।
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भूलकर भी इस दिशा में सिर नहीं उठाना
शास्त्र कहता है कि सोते समय आपका सिर कभी भी उत्तर की ओर नहीं होना चाहिए। ऐसा करने से आपकी नींद की गुणवत्ता में कमी आ सकती है और आपके शरीर पर बुरा असर हो सकता है। आपकी सेहत को खराब कर सकता है। ज्योतिष में, दक्षिण दिशा पितरों की दिशा है। दक्षिण दिशा में पैर करके सोते हुए आप पितृ दोष महसूस कर सकते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बच्चों का सिर हमेशा पूर्व दिशा में होना चाहिए। ऐसा करने से उनकी एकाग्रता बढ़ती है। बच्चों के लिए भी दक्षिण या दक्षिण-पूर्व दिशा सही है। सिर इस दिशा में करके सोने से आध्यात्मिक शांति मिलती है।