logo

Chanakya Niti : स्त्री का रोग या शरीर का रोग, कौन सा रोग है सबसे जानलेवा ?

अपने नीति शास्त्र चाणक्य नीति में, आचार्य चाणक्य ने जीवन के महत्वपूर्ण मुद्दों पर जोर दिया है। चाणक् य नीति कहता है कि ईर्ष्या कौन करता है और वासना के समान दुष्कर कोई दूसरा रोग नहीं है। साथ ही, आप चाणक् य नीति की महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
 
Chanakya Niti : स्त्री का रोग या शरीर का रोग, कौन सा रोग है सबसे जानलेवा ? 

वासना, चाणकय नीति के अनुसार, सबसे बुरा रोग है। मोह की तरह शत्रु का कोई दूसरा शत्रु नहीं होता। क्रोध के समान कोई अग्नि नहीं हो सकती।

चाणक्य नीति कहता है कि मूढ़ लोग बुद्धिमान लोगों से इर्ष्या करते हैं। ऐसा करने वाली औरत पवित्र स्त्री से ईर्ष्या करती है। वह व्यक्ति जो सुंदर नहीं है, उससे ईर्ष्या होती है। 

चाणक् य नीति के अनुसार अभ्यास से अर्जित ज्ञान सुरक्षित रहता है। इसी तरह अच्छे व्यवहार से घर की गरिमा बचती है। इज्जतदार आदमी अपने अच्छे गुणों से सम्मानित होता है। किसी भी व्यक्ति की आंखें उसके गुस्से को दिखाती हैं।

Chanakya Niti : आखिर क्यों लड़कियों को कुछ भी समझाना होता है मुश्किल, जानिए आचार्य जी की राय
चाणकय नीति के अनुसार ये सभी लोग आपके पिता हैं, जिसने आपको जन्म दिया, यज्ञोपवीत (जनेऊ) संस्कार किया, आपको पढ़ाया, भोजन दिया और आपको भयानक हालात से बचाया।

आचार्य चाणक्य के अनुसार, राजा की पत्नी, शिक्षक की पत्नी, दोस्त की पत्नी और पत्नी की मां। उन्हें अपनी माता की तरह समझना चाहिए। इन्हें सम्मान देना चाहिए। 

click here to join our whatsapp group