8th Pay Commission: 1.2 करोड़ कर्मचारियों की सैलरी में होगी ये बड़ी बढ़ोतरी, जानें कैसे!

केंद्र सरकार ने हाल ही में केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (डीए) में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। इस वृद्धि के बाद कर्मचारियों का डीए उनके मूल वेतन के 53% से बढ़कर 55% हो जाएगा। यह वृद्धि 6 महीने के अंतराल पर की जाती है, और इसका असर अन्य वेतन घटकों जैसे कि HRA (House Rent Allowance) और TA (Travel Allowance) पर भी पड़ता है।
मार्च महीने के साथ मिलेगा एरियर
केंद्र सरकार के कर्मचारियों को जनवरी और फरवरी 2025 के लिए बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता मार्च की सैलरी के साथ एरियर (arrear) के रूप में मिलेगा। इससे पहले आखिरी बार महंगाई भत्ते में जुलाई 2024 में बढ़ोतरी की गई थी, जब इसे 50% से बढ़ाकर 53% किया गया था।
कर्मचारियों में निराशा
हालांकि, महंगाई भत्ते में यह बढ़ोतरी कर्मचारियों के लिए खुशी का कारण बनी, लेकिन एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले सात वर्षों में यह सबसे कम वृद्धि मानी जा रही है। पुराने आंकड़ों पर नजर डालें तो जुलाई 2018 से हर बार 3-4 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी, लेकिन इस बार केवल 2% की वृद्धि हुई है, जिससे कई कर्मचारी निराश हैं।
कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को कितना फायदा?
अगर किसी कर्मचारी का मूल वेतन ₹18,000 है, तो महंगाई भत्ते में 2% की वृद्धि से उनकी मासिक आय में ₹360 की वृद्धि होगी, और वार्षिक लाभ ₹4,320 होगा। इसी तरह, यदि किसी पेंशनभोगी की मूल पेंशन ₹9,000 है, तो 2% की वृद्धि से उनकी मासिक पेंशन में ₹180 की वृद्धि होगी, जिससे उन्हें सालाना ₹2,160 का अतिरिक्त लाभ मिलेगा।
आठवें वेतन आयोग के बाद पहली डीए बढ़ोतरी
आठवें वेतन आयोग की घोषणा के बाद यह पहली महंगाई भत्ता (डीए) वृद्धि है, जो जनवरी 2026 से लागू होगी। इसका मतलब है कि जुलाई-दिसंबर 2025 के लिए होने वाली अगली डीए वृद्धि 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) के तहत होगी, क्योंकि नई सिफारिशों को लागू होने में अभी लगभग एक साल का वक्त लगेगा।
क्या अगले साल से डीए को बेसिक सैलरी में मिला दिया जाएगा?
पाँचवे वेतन आयोग (5th pay commission) ने 50% से ज्यादा होने पर डीए को बेसिक सैलरी में जोड़ने की सिफारिश की थी, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया। अब, कई लोग इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं कि क्या 8वें वेतन आयोग के आने से पहले डीए को मूल वेतन में मिला दिया जाएगा। हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने राज्यसभा में यह साफ किया है कि फिलहाल महंगाई भत्ते को मूल वेतन में मिलाने की कोई योजना नहीं है।
8वें वेतन आयोग के तहत डीए कैसे कैलकुलेट होगा?
महंगाई भत्ते की कैलकुलेशन फिटमेंट फैक्टर के आधार पर की जाती है। 8वें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर को लेकर बहुत चर्चा हो रही है, और विशेषज्ञों का मानना है कि यह 2.28 से 2.86 के बीच हो सकता है, जिससे कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में 40-50% की बढ़ोतरी हो सकती है।
फिटमेंट फैक्टर क्या है?
फिटमेंट फैक्टर एक गणितीय फ़ॉर्मूला है, जिसका उपयोग वेतन आयोगों द्वारा कर्मचारियों के वेतन को संशोधित करने के लिए किया जाता है। इसका उद्देश्य महंगाई और पहले से दिए गए भत्तों को ध्यान में रखते हुए वेतन को अद्यतन करना है। उदाहरण के लिए, सातवें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, जिसका मतलब था कि यदि किसी कर्मचारी का मूल वेतन ₹30,000 था, तो नए वेतन के बाद उनकी ग्रॉस सैलरी ₹77,100 हो जाती थी।
8वें वेतन आयोग से कितनी बढ़ेगी सैलरी?
आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission) के बारे में अनुमान है कि इसमें फिटमेंट फैक्टर को 2.83 तक बढ़ाया जा सकता है। यदि ऐसा होता है और किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹50,000 है, तो नए फिटमेंट फैक्टर के लागू होने के बाद उनकी सैलरी ₹1,41,500 तक पहुंच सकती है।