Haryana Weather: हरियाणा के इन इलाकों में इस दिन होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने दी जानकारी
Haryana Weather: मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 12 जिलों में मौसम में बदलाव के कारण मौसम बदल रहा है। पूर्वी पाकिस्तान, उत्तरी राजस्थान और दक्षिण पंजाब में वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र हैं।
Haryana Update: आपको बता दें, की हरियाणा की जनता को बारह दिन की अधिक गर्मी का सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग ने बताया कि राज्य में 20 जून से मानसून पूर्व बारिश शुरू होगी। इससे गर्मी कम होगी। हालाँकि, 9 जून से एक बार फिर भारी गर्मी की चेतावनी दी गई है।
पश्चिमी विक्षोभ (डब्ल्यूडी) पिछले दो दिनों से सक्रिय है, इसलिए कई जिलों में आंधी और बारिश हुई है। इससे गर्मी कम हुई। जिले में अधिकतम तापमान में गिरावट हुई। यहाँ तापमान 11 डिग्री सेल्सियस हो सकता है।
फरीदाबाद एक दिन में सबसे गर्म रहा, मौसम विभाग के लू बुलेटिन के अनुसार। न्यूनतम तापमान 44.1 डिग्री सेल्सियस था।
हिसार कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि हरियाणा अभी भी मानसून से 2 हजार किलोमीटर दूर है। हालाँकि, इस बार यह बहुत जल्दी हो गया है। मानसून 28 जून से जुलाई के पहले सप्ताह के बीच राज्य में आ सकता है। मानसून से पहले बारिश होगी। 20 जून के आसपास मौसम में भारी बदलाव होने की उन्होंने उम्मीद व्यक्त की।
हरियाणा में वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ चल रहा है, मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 12 जिलों में मौसम में बदलाव के कारण मौसम बदल रहा है। पूर्वी पाकिस्तान, उत्तरी राजस्थान और दक्षिण पंजाब में वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र है, इसलिए बादल बन रहे हैं।
इससे हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, करनाल, यमुनानगर, सोनीपत, जींद, पानीपत, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला और पंचकूला जिलों में हल्की से मध्यम बारिश या गरज हो सकती है। लोगों को गर्मी से राहत मिली है और दिन का तापमान घट गया है।
पंजाब में पिछले एक सप्ताह से पश्चिमी विक्षोभ (डब्ल्यूडी) का असर कम होना शुरू हो गया है। पिछले एक दिन में कोई बारिश नहीं हुई है। पंजाब का सबसे अधिक तापमान 0.9 डिग्री सेल्सियस था। तापमान अगले कुछ दिनों में और गिर सकता है। पढ़ें पूरा लेख।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण चंडीगढ़ का तापमान फिर से गिर गया है। मौसम विभाग का कहना है कि अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस हो सकता है। सबसे कम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग का कहना है कि यह तापमान धीरे-धीरे बढ़ेगा।