logo

बच्चों के लिए सुरक्षा, फोन में इन Settings को ON करें, बच्चे रहेंगे Adult कंटेंट से दूर

Kids Safety Tips : यदि आपके घर में कोई छोटा बच्चा है, तो संभावना है कि वह आपके फोन का इस्तेमाल किसी भी बहाने से करता होगा, या फिर ऐसा भी हो सकता है कि आपने उसे खास गैजेट प्रदान किया हो।
 
 
Haryana Update

Haryana Update, Kids Safety Tips : आज बच्चे स्मार्टफोन, टैबलेट और लैपटॉप जैसे उपकरणों पर अधिकांश समय बिताते हैं। बच्चे के हाथ में लगातार गैजेट्स होने से उनकी आंखों, शरीक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। गैजेट अक्सर इंटरनेट पर भी खतरा पैदा करते हैं। आज बच्चों के हाथ में मोबाइल होने से वे इंटरनेट पर पोर्न देखने के लिए भी बहुत आसानी से पहुँच सकते हैं। इससे गलत रास्ता चुनने का खतरा भी बहुत बढ़ जाता है।

मां-बाप अक्सर अपने बच्चे की जिद से हार जाते हैं और हर समय उनसे फोन या दूसरे उपकरण नहीं छीन सकते। इसलिए बच्चों को इंटरनेट और फोन को सुरक्षित रखने के लिए माता-पिता को कुछ उपायों को अपनाना होगा।

एडल्ट कंटेंट को सेटिंग से करें कंट्रोल
बच्चों के फोन को सुरक्षित रखने और अडल्ट कंटेंट से बचाने के लिए, पहले एंड्रॉयड पर गूगल प्ले रेस्ट्रिक्शन को ऑन करना होगा। इससे बच्चों को ऐसे वेब ऐप, गेम और संसाधनों को डाउनलोड करने से रोका जाएगा जो उनकी उम्र के लिए अनुचित हैं।

इसके लिए पहले बच्चे के डिवाइस पर Google Play Store खोजें। फिर लेफ्ट कॉर्नर में स्थित विकल्पों पर जाएं। इसके बाद आपको "पितृ नियंत्रण" का ऑप्शन मिलेगा।

टैप करने पर आपको PIN चुनने को कहा जाएगा। मां-बाप पिन सेट करके पेरेन्टल कंट्रोल सेटिंग बदल सकते हैं। एक बार पिन सेट हो जाने के बाद, आप हर कैटेगरी पर उम्र के आधार पर प्रतिबंध लगा सकते हैं, जो स्टोर पर निर्धारित है। बस याद रखें कि अपने बच्चे को ये PIN नहीं बताना चाहिए।

सोशल मीडिया की सेटिंग्स
यूट्यूब और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी सोशल मीडिया सेटिंग्स का विकल्प मिलता है। यदि आप सोशल मीडिया ऐप्स पर पेरेंटल कंट्रोल ऑन करते हैं, तो आप आसानी से बच्चों की गतिविधियों को देख सकते हैं और उन्हें गलत चीजों को देखने से रोक सकते हैं।

अलग Email आईडी है ज़रूरी
मां-बाप अक्सर अपने बच्चों को अपनी ई-मेल आईडी से सभी ऐप चलाने की अनुमति देते हैं, ताकि वे आसानी से काम कर सकें। किंतु बच्चों की निजी ई-मेल आईडी बनाना अधिक सुरक्षित है। इससे पेरेंट्स आसानी से अपने बच्चों को गलत विज्ञापनों से दूर रख सकते हैं और उनकी इंटरनेट क्रियाओं को भी देख सकते हैं।

बच्चों को इंटरनेट सेफ्टी की टिप्स
अगर आप अपने बच्चे को फोन देते हैं तो उसे इंटरनेट सुरक्षा के बारे में बताते रहें। बच्चों को वायरस, मैलवेयर, साइबर क्राइम और ऑनलाइन भुगतान से जुड़े धोखाधड़ी से अवगत कराएं, साथ ही उन्हें कैसे उन धोखाधड़ी को पहचानने के तरीके सिखाएं।

Kids Aadhaar Card: बच्चे का Aadhaar बनाने में ना करे लापरवाही, काटने पड़ सकते है चक्कर

click here to join our whatsapp group