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Social Media Harms : सोशल मीडिया का बच्चों के दिमाग पर हो रहा है असर, स्टडी में हुए नए खुलासे

Social Media Harms On Childrens : आजकल लोगों के बीच सोशल मीडिया का क्रेज देखा जा रहा है। यह बुजुर्गों और युवाओं के बीच ही नहीं, बल्कि टीनएजर बच्चों के बीच भी फेसबुक, इंस्टाग्राम, और अन्य सोशल मीडिया एप्लिकेशन्स की स्क्रॉलिंग की लत फैल रही है।
 
 
Haryana Update

Haryana Update, Social Media Harms On Childrens : सोशल मीडिया एक वैश्विक दुनिया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए कितनी घातक है? एक अध्ययन ने पाया कि सोशल मीडिया पर लंबे समय तक रहने से मानसिक बीमारियां हो सकती हैं।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक
सोशल मीडिया, मानसिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक, आपको दूर रहकर भी दोस्तों के साथ रहने का अनुभव देता है। लेकिन यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है। Health Experts कहते हैं कि लंबे समय तक सोशल मीडिया पर रहने से डिप्रेशन, टेंशन, अकेलापन, सेल्फ-हार्म और निगेटिव थॉट्स का खतरा कई गुना बढ़ सकता है।

टीनएजर्स बिता रहे सोशल मीडिया पर समय
Princeton Research Center ने 1,300 से अधिक युवा लोगों को सर्वेक्षण किया, जिसमें सोशल मीडिया पर बिताए गए समय का उनके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव था। यह पाया गया कि 35 प्रतिशत से अधिक लोगों ने शीर्ष पांच सोशल मीडिया प्लेटफार्मों में से किसी एक पर सबसे अधिक समय बिताया है। इनमें फेसबुक, यूट्यूब, टिकटॉक, इंस्टाग्राम और स्नैपचैट शामिल हैं। यह दिमाग पर सबसे अधिक प्रभावी है।

मेंटल हेल्थ और नींद पर असर
आयोवा स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन किया जिसका उद्देश्य था पता लगाने की कोशिश की कि दिन में 30 मिनट से अधिक सोशल मीडिया का उपयोग दिमाग पर किस तरह प्रभाव डाल सकता है। इस अध्ययन में दो हफ्ते तक इसका कम उपयोग करने वाले छात्रों में से अधिकांश ने बेहतर साइकोलॉजिकल वेल बीइंग और बेहतर नींद की स्थिति देखा।

सोशल मीडिया कम यूज करने पर दिखे ऐसे परिणाम
मनोचिकित्सक का कहना है कि कम सोशल मीडिया पर समय बिताना पॉजिटिव एनर्जी लाता है और चिंता, डिप्रेशन, अकेलापन और निगेटिव विचार कम होते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनिया ने एक अध्ययन में पाया कि तीन हफ्ते के अंदर जिन लोगों ने सोशल मीडिया का उपयोग कम किया, उनमें अकेलापन और डिप्रेशन की भावनाओं में काफी सुधार हुआ था। इस आधार पर शोधकर्ताओं का कहना है कि सोशल मीडिया ने वर्चुअल लोगों से कनेक्ट करने के अलावा कुछ बुरा भी करता है।

नेगेटिव कमेंट्स का भी होता है दिमाग पर असर
अध्ययन के अनुसार, सोशल मीडिया पर कम से कम समय बिताना चाहिए। नेगेटिव कमेंट्स भी बहुत आते हैं। नकारात्मक विचारों का प्रभाव आपके मन और कार्य पर सीधा पड़ता है।

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