Love Marriage में हो रहे है सबसे ज्यादा डाइवोर्स, जानिए क्या है वजह?
Haryana Update, Love Marriage Devorce : पारिवारिक जीवन हर व्यक्ति के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है। शादी करने से पारिवारिक जीवन सुधरता है। शादी एक व्यक्ति को एक दूसरे से जोड़ती है। एक लड़का और लड़की शादी करके एक परिवार बनाते हैं। दोनों के परिवार भी एकजुट होते हैं। ऐसे में हर व्यक्ति एक अनुकूल साथी की तलाश करता है और बहुत सोच-समझकर शादी करता है। दरअसल, पुराने समय में परिवार वाले अपने बेटे या बेटी के लिए एक अनुकूल जीवन साथी चुनते थे। आज भी संबंधों का निर्धारण परिवार के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा किया जाता है। यह अरेंज मैरेज है।
लेकिन प्रेम संबंधों की लोकप्रियता समय के साथ बढ़ रही है। नाम से ही स्पष्ट है कि प्रेम विवाह, या प्रेम विवाह, एक ऐसी शादी है जिसमें एक लड़का और लड़की एक दूसरे को अपने जीवन साथी चुनते हैं। प्रेम विवाह में वर और वधु पहले से ही एक दूसरे को जानते हैं। वह एक दूसरे के साथ विवाह करते हैं, चाहे परिवार की सहमति हो या नहीं। बहुत से प्रेम विवाह सफल नहीं होते, इसलिए विवाद आता है। साथ ही, कुटुंब न्यायालय में विवाह विच्छेद यानी डायवोर्स के ज्यादातर मामले प्रेम विवाह से जुड़े होते हैं।
दायित्वों का निर्वहन नहीं करने पर खत्म हो जाता है प्रेम
कर्तव्यों का पालन नहीं करने पर समाप्त होता है प्रेम विवाह, यानी प्रेम विवाह करने वालों के मामले भी ज्यादातर प्रेम रायपुर कुटुंब न्यायालय में आते हैं, काउंसलर शमीम रहमान ने बताया। पहले प्रेम विवाह करते हैं, फिर दोनों मिलकर विवाह को कुटुंब न्यायालय में विच्छेद करते हैं। युवक और युवती अक्सर जल्दबाजी और भावावेश में प्रेम विवाह करते हैं। जब दाम्पत्य जीवन और गृहस्थ जीवन की शुरुआत होती है और जिम्मेदारी आती है, दोनों ही पक्ष अपनी जिम्मेदारियों को सही ढंग से नहीं निभा पाते। एक दूसरे की कमी के कारण बहस होती है। फिर डायवोर्स का फैसला करते हैं। दोनों पक्ष जितनी जल्दी शादी करते हैं, वैसे ही शादी खत्म होती है।
क्या है Sleep Divorce, क्या रिश्ते बचाने के लिए यह सही स्टेप है?