Govt Scheme: आवारा पशुओं से फसलों बर्बादी को बचने के लिए सरकार किसानो दे रही पूरे 48 हजार रुपये, जल्दी उठाये ऐसे लाभ

Haryana Update: देश में एक बड़ी आबादी कृषि क्षेत्र से जुड़ी है। ऐसे में करोड़ों लोगों की आमदनी का मुख्य स्त्रोत कृषि है। इस कारण देशभर में बड़े पैमाने पर लोग कृषि करते हैं। गौरतलब बात है कि बीते लंबे समय से खेतों में घूमने वाले आवारा पशुओं की समस्या किसानों को काफी परेशान करती आ रही है।
हर साल ये आवारा पशु देशभर के कई किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में उनकी उपज ठीक ढंग से तैयार नहीं हो पाती है, जिसके चलते किसानों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है। ऐसे में देश में कई किसान पूरे पूरे दिन और रात के समय भी अपने खेतों की रखवाली करते हैं
2000 की नोटबंदी पर गवर्नर ने दिया बड़ा बयान, इस बात की चल रही है निगरानी !
इसी कड़ी में आज हम आपको राजस्थान सरकार की एक बेहद ही शानदार योजना के बारे में बताने जा रहे हैं। इस स्कीम के अंतर्गत सरकार पशु से फसलों की बचाव के लिए किसानों को पैसे दे रही है। राजस्थान सरकार की इस स्कीम का नाम तारबंदी योजना है। इसे हाल ही में शुरू किया गया है। स्कीम के अंतर्गत राज्य सरकार किसानों को जंगली पशुओं से फसलों को बचाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है।
2000 की नोटबंदी पर गवर्नर ने दिया बड़ा बयान, इस बात की चल रही है निगरानी !
इस स्कीम के अंतर्गत सरकार ने जंगली और आवारा पशुओं से फसलों को बचाने के लिए कांटेदार तार लगाने का फैसला लिया है। स्कीम का लाभ सभी किसानों को मिलेगा।
हालांकि, आवेदक किसान के पास 1.5 हेक्टेयर भूमि का होना जरूरी है। तारबंदी योजना के तहत लघु और सीमांत किसानों को 60 प्रतिशत तक की सब्सिडी के तौर पर 48 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की जा रही है।
इसके अलावा अन्य किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी के तौर पर 40 हजार रुपये दिए जाएंगे। इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए किसानों को राजस्थान सरकार के कृषि पोर्टल राजकिसान साथी पर जाकर आवेदन करना होगा।