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IT Sector में रोजगार के अवसरों में वृद्धि की उम्मीद, Tech Mahindra ने 6000 फ्रेशर्स को देगा नौकरी

Tech Mahindra: महिंद्रा ने 6000 नए कर्मचारियों को हायर करने का निर्णय लिया, जबकि अन्य आईटी कंपनियों में कर्मचारी संख्या में कटौती का सामना।
 
Tech Mahindra
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Haryana Update, Tech Mahindra Jobs: आईटी सेक्टर की एक प्रमुख कंपनी टेक महिंद्रा ने वित्तीय वर्ष 2025 में 6000 फ्रेशर्स को हायर करने का एलान किया है। इस ताज़ा जानकारी को कंपनी ने आज, 25 अप्रैल को जारी किया है। इस निर्णय के बारे में कंपनी के स्पोक्सपर्सन ने बताया कि इस समय में, जब अन्य कंपनियों में कर्मचारियों की संख्या में कटौती हो रही है, टेक महिंद्रा ने नौकरियों की नई रोज़गार की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है।

वित्तीय साल में कमी का असर:

टेक महिंद्रा की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही में कंपनी की कुल कर्मचारियों की संख्या में 795 की गिरावट देखी गई। इसके अलावा, पिछले वित्तीय साल में कंपनी की कर्मचारियों की संख्या 6945 थी, जो कि कम हो गई है। यह वित्तीय वर्ष कंपनी के लिए दूसरा ऐसा वर्ष है जब उसने अपने एम्प्लॉई बेस में पूरे साल में कमी दर्ज की है।

एमडी और सीईओ की बयान:

कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ मोहित जोशी ने बताया, "हम लगातार फ्रेश ग्रेजुएट्स को हायर कर रहे हैं और हम इसे जारी रख रहे हैं। हम हर तिमाही में 1500 से अधिक नए ग्रेजुएट्स को शामिल करने के अपने रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं - हर साल 6000 नए ग्रेजुएट्स जोड़े जा रहे हैं।" उन्होंने कहा, "हम नए चीफ लर्निंग ऑफिसर के तहत इन नए लोगों को ट्रेन करने के लिए एक इंटेंसिव प्रोग्राम भी बना रहे हैं। हम फ्रेश टैलेंट की संख्या बढ़ा रहे हैं।"

अन्य कंपनियों में भी कटौती:

इसके साथ ही, TCS, इंफोसिस और विप्रो जैसी अन्य टेक्नोलॉजी कंपनियों में भी कर्मचारियों की संख्या में कटौती का सामना किया गया है। FY24 में इन कंपनियों में कर्मचारियों की संख्या में गिरावट देखी गई है। TCS में 13,249, इंफोसिस में 25,994 और विप्रो में 24,516 कर्मचारियों की संख्या में कटौती हुई है।

टेक महिंद्रा के इस निर्णय के साथ, भारतीय आईटी सेक्टर में नौकरियों की समीक्षा और अद्यतन हो रहा है। यह भारतीय आर्थिक परिदृश्य में एक प्रकार की सकारात्मक संकेत है, जिसमें उद्यमिता और नौकरी के अवसरों में वृद्धि की उम्मीद है। इस निर्णय के परिणामस्वरूप, युवाओं को अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकते हैं, जो आर्थिक संकट के दौरान अच्छी खबर है।