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Home Loan Tips: होम लोन लेते समय जरूर दें इन बातों पर ध्यान, वरना आपको होगी भविष्य में दिक्कत

Latest Loan Saving Tips: ऐसा क्या जानते हैं लोन लेते समय हमेशा आपको कुछ निंदा बाद में का ध्यान रखना चाहिए जरूरी होता है नुकसान होगा। और होम लोन लेते समय तो हमेशा इन बातों का जरूर ध्यान रखें कि आप लंबी एमी रखें ताकि आपको वह ईएमआई चुकाने में कोई तकलीफ ना हो।
 
होम लोन लेते समय जरूर दें इन बातों पर ध्यान, वरना आपको होगी भविष्य में दिक्कत

Haryana Update: कई बार लोगों के लिए छोटी अवधि के होम लोन ही फायदेमंद होते है। बेशक ब्याज लागत पर बचत शॉर्ट टर्म लोन को बेहतर बनाती है। अगर आप होम लोन लेने की सोच रहे हैं तो आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा। क्योंकि आपको लंबे समय के लिए होम लोन लेने से नुकसान हो सकता है। वहीं अगर आप कम समय के लिए लोन लेते हैं तो आपको फायदे और नुकसान दोनों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा इसलिए है कि जरूरी नहीं कि लंबी अवधि के होम लोन खराब ही क्यों हों। 

यदि आप 15 वर्षों में 9 फीसदी इंटरेस्ट रेट पर 50 लाख रुपए का होम लोन चुकाने का फैसला लेते हैं, तो आप ब्याज के रूप में 41.28 लाख रुपए का पेमेंट करते हैं, लेकिन अगर आप वहीं होम लोन 25 साल में चुकाने का निर्णय लेते हैं, तो आपको 75.87 लाख रुपए का ब्याज चुकाना पड़ता है। छोटी अवधि का विकल्प चुनने से काफी मदद मिलती है, लेकिन लंबी अवधि के होम लोन के अपने अलग फायदे हैं। यही कारण है कि लंबी अवधि के होम लोन पर विचार किया जा सकता है।


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एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आम तौर पर मंथली इनकम की 40 फीसदी तक की ईएमआई उचित मानी जाती है, लेकिन कभी-कभी ग्राहक लोन को तेजी से चुकाने के लिए एक ज्यादा ईएमआई का विकल्प चुनते हैं। अगर कोई परिवार होम लोन चुकाने के लिए इनकम के एक बड़े हिस्से का उपयोग कर रहा है, तो कैश फ्लो की समस्या पैदा हो सकती है। ऐसे में यदि कोई अपनी नौकरी खो देता है या छुट्टी लेने का फैसला करता है या अचानक कुछ बड़ा खर्च हो जाता है, तो घर की ईएमआई मैनेज करना एक कठिन काम हो सकता है।


यदि कैश फ्लो संबंधी कुछ समस्याएं हैं तो यह परिवार के लिए कुछ सांस लेने की जगह प्रदान कर सकता है। आप 25 साल के होम लोन को 15 साल में प्रीपे कर सकते हैं, लेकिन अपने होम लोन की अवधि को 15 से बढ़ाकर 25 साल करने के लिए अपने लेंडर से संपर्क करने की कोशिश करें, और इसके लिए आपको एक बार फिर जांच प्रोसेस से गुजरना होगा। वहीं लंबी अवधि के होम लोन के मामले में ईएमआई अपेक्षाकृत कम अवधि के लोन पर देय राशि से कम होती है। 

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